आठवां वाइब्रेंट गुजरात समिट का आगाज़, 110 देशों के प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा
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किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने में वहां की टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री का महत्वपूर्ण योगदान होता है। भारत में भी ऐसे कई शहर है जो देश को औद्योगिकरण से रफ्तार दे रहे है। गुजरात में देश की अर्थव्यस्था की रफ्तार तेज करने के उद्देश्य से आठवे वाइब्रेंट गुजरात समिट का आयोजन किया जा रहा है कई मायनों में ख़ास है।
110 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
आठवा वाइब्रेंट गुजरात समिट की शुरूआत 10 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा होगी। ये समिट 10 जनवरी से 13 जनवरी तक चलेगी। जिसमें 110 से ज़्यादा देशों से प्रतिनिधि आएंगे। इस चार दिन की समिट में लगभग 6000 प्रतिनिधी शामिल होंगे। इसके साथ ही इसमें 20 देशों के राष्ट्र प्रमुख या मंत्री हिस्सा लेंगे।
देश का सबसे बड़ा कन्वेन्शन सेंटर
वाइब्रेंट गुजरात समिट का आयोजन गुजरात के गांधी नगर में किया जा रहा है। इसके आयोजन के लिए महात्मा मंदिर को चुना गया है जो 34 एकड़ में फैला देश का सबसे बड़ा कन्वेन्शन सेंटर है। यह 6 साल पहले बनकर हुआ था जिसकी लागत 215 करोड़ रूपए थी। इस कॉम्पलेक्स में 15000 लोग एक साथ बैठ सकते है। इसमें 7 कॉन्फ्रेंस हॉल और 4 सेमीनार हॉल है। इसमें बनाने में ग्रीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है।
चार दिनों में होंगे ये इवेंट
वाइब्रेंट गुजरात समिट को भारत की अर्थव्यवस्था का एक्सप्रेसवे भी बताया जा रहा है। इसमें चार दिनों की समिट में आठ से भी ज़्यादा इवेंट आयोजित किए जाएंगे। ये इवेंट नोबल एक्जीबिशन एंड डायलॉग, ग्लोबल सीईओ कॉन्क्लेव, ग्लोबल ट्रेड शो, जीएसटी एंड एमएसएमई सेमिनार, कंट्री सेमिनार, मेक इन गुजरात सेमिनार, बी2बी एंड बी2जी, एक्शन सेमिनार होंगे।
नोबल विजेता होंगे शामिल
इस समिट में कई देशों के प्रतिनिधी शामिल होंगे साथ ही 9 नोबल पुरस्कार विजेता एडा योनाक, वी. रामाकृष्णन, डेविड ग्रोस, हरोल्ड वारमथ, रेन्की सेकमेन, रिचर्ड रॉबर्ट्स, सर्जेई हेरोसी, विलियम मुरनर, हार्टमुट मिशेल शामिल होंगे। समिट में नोबल एक्जीबिशन एंड डायलॉग इवेंट भी किया जाएगा।
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