उड़ान पड़ रही महंगी, सीमा से ज्यादा किराया वसूल रही एयर इंडिया
उड़ान का सफर शुरू हो चुका है। तय किराए के हिसाब से लोगों को इसका बजट अपने अनुसार लग रहा था। इसलिए लोग उड़ान में सफर करने का अनुभव लेने पहुंच रहे हैं। लेकिन अब लोगों को उड़ान में सफर करना महंगा पड़ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि एयर इंडिया तय सीमा से ज्यादा किराया ग्राहकों से वसूल रही है। हालांकि उड़ान के तहत पहले से ही सरकार ने दूरी के हिसाब से अधिकतम किराया तय कर दिया है और इस सब में होने वाले नुकसान की भरपाई वायेबिलिटी गैप फंडिंग के जरिए की जाएगी।
आपको बता दें कि गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली-शिमला के बीच उड़ान योजना की शुरूआत की। योजना के तहत पहली क्षेत्रीय उड़ान जुमलाभट्टी से शिमला और दिल्ली के बीच हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई थी। यह टेबलटॉप हवाई अड्डा समुद्र तल से 2,196 मीटर ऊपर और हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 22 किलोमीटर दूर है। उड्यन मंत्री जयंत सिंहा ने बताया है कि एलायंस एयर ने शिमला और दिल्ली के बीच का किराया 2,036 रूपए तय किया गया है। इसमें 9,120 मूल किराया और 108 रूपए सेवा कर तय किया गया है। इस तरह टैक्स 5.6 प्रतिशत के हिसाब से लगाया है।
उड़ान योजना के तहत 301-325 किमी की दूरी के लिए अधिकतम किराया 1920 रूपए तय किया गया है। हालांकि पहले सरकार ने साफ कर दिया था कि ये किराया सभी शुल्कों एवं करों समेत होगा। लेकिन एयर इंडिया तय किराए से हटकर एक्ट्रा सर्विस टैक्स ले रही है, इस बारे में श्री सिन्हा का कहना है कि किराए की कर योग्य राशि के 10 प्रतिशत पर सर्विस टैक्स लगाने का प्रावधान आरसीएस के सेक्शन 2.3.3 में है। जब उनसे पूछा गया कि इस हिसाब से तो टैक्स 1920 रूपए पर नहीं बल्कि 192 रूपए पर लगाया जाना चाहिए, जो 10.80 रूपए बनता है। इस पर उन्होंने बात को टालते हुए कहा कि एयर इंडिया से अधिकारियों से बातचीत के बाद ही कोई टिप्पणी कर पाएंगे।
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