कम रैम वाले स्मार्टफोन का मसीहा ‘एंड्राइड गो’
वैसे तो दुनियाभर के लोग कई तरह के फोन इस्तेमाल करते हैं लेकिन उन फोन में जो ऑपरेटिंग सिस्टम यूज हो रहा है वो अधिकतर मोबाइल में एंड्रॉइड ही है, इसके बाद लोग आइओएस का इस्तेमाल करते हैं और फिर विंडोज का। एंड्रॉइड के भी कई सारे वर्जन है। एंड्रॉइड सालभर में नया वर्जन लॉन्च करते रहता है।
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तो हाल ही में एंड्रॉइड की ओर से एक नया नाम आया है ‘एंड्रॉइड गो’। अब नाम आपने शायद पहली बार सुना हो लेकिन ये आपमें से बहुत सारे लोगों के काम का साबित हो सकता है। आपके काम में ये इस तरह आएगा क्योंकि इसका काम है कम रैम वाले मोबाइल के लिए काम करना।
इसलिए किया तैयार
सबसे पहले तो आपको बता दें एंड्रॉइड गो जो है वो एक कन्फिगरेशन है। यह प्लेटफार्म खासकर कम कीमत के एंड्राइड फोन के लिए तैयार किया गया था। गूगल ने बताया है कि इसे यूट्यूब गो से प्रेरित होकर तैयार किया गया है। गूगल के अनुसार वे सभी डिवाइस जिनमे 1जीबी रैम या उससे कम मैमोरी है और वे एंड्राइड ओ या उससे नए संस्करण के ऑपरेटिंग सिस्टम पर लॉन्च होंगे तो उसममें एंड्राइड गो का कॉन्फिगरेशन होगा। यह कॉन्फिगरेशन 512 एमबी रैम तक के फोन में भी आसानी से एंड्राइड ओएस को रन करने में मदद करेगा।
डेटा की करेगा बचत
एंड्रॉइड ओएस कम रैम वाले हार्डवेयर पर अच्छे से काम कर सके इसलिए एंड्रॉइड गो को तैयार किया गया है। इसके साथ ही इसकी एक और खासियत ये है कि लिमिटेड नेटवर्क क्षेत्र में भी इसमें आसानी से इंटरनेट चलाया जा सकता है और इससे डाटा का इस्तेमाल भी कम होता है।
इन फीचर्स से लैस
इस प्लेटफॉर्म में आपको क्विक सेटिंग में ही डाटा मैनेजमेंट सिस्टम आदि मिलेंगे। इतना ही नहीं इसमें आप जान सकते हैं कि आपके प्लान में कितना डाटा मिला है और कितना डाटा बचा है। डाटा खपत की भी जानकारी आपको मिलती रहेगी। वहीं आप बस एक क्लिक से डाटा टॉपअप भी कर सकते हैं। खास बात यह कही जा सकती है कि एंड्रॉइड गो में डाटा सेवर फीचर हमेशा इनेबल होगा।
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