मैरिड नहीं अब सिंगल लाइफस्टाइल की ओर भाग रहे हैं ज़्यादातर यंगस्टर्स
हमारी सोसाइटी में अकेले यानि सिंगल रहने को न ही पहले अच्छा माना जाता था और न ही आज क्योंकि अकेले रहने को लेकर लोगों के दिलों-दिमाग में कई तरह की अलग-अलग सोच बनी हुई है. घरवालों से लेकर रिश्तेदारों और पड़ोसियों तक का यही मानना होता है कि शादी सारी समस्याओं का एकमात्र हल है या यों कहें कि शादी के बाद उनके सिर से एक तरह का बोझ कम हो जाता है.
लेकिन बिजी लाइफस्टाइल में लोगों को अपने लिए वक्त चाहिए होता है, अपने शौक पूरे करने से लेकर करियर पर फोकस्ड रहते हैं. जिम्मेदारियों का बोझ कम होने के चलते वो ज्यादा खुश नजर आ रहे हैं. और अब सिंगल रहना स्टेटस सिंबल बनता जा रहा है. तो और किन वजहों से सिटीज़ में सिंगल लाइफस्टाइल का ट्रेंड बढ़ रहा है आइए जानते हैं.
खुद के लिए वक्त होता है
आपके पास बहुत सारा फ्री टाइम होता है जिसे आप खुद को परफेक्ट बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं. स्पोर्ट्स से लेकर पेंटिंग और इस्ट्रूमेंट प्ले करने जैसे शौक को पूरा कर सकते हैं. वहीं जॉब के साथ-साथ एनजीओ ज्वाइन करके दूसरों की मदद और उन्हें पढ़ाने और गाइड करने का भी काम कर सकते हैं जो सुकून के साथ सेटिस्फेशन देता है. क्यों हैं ना सिंगल रहने के फायदे!
अपनी मन-मुताबिक चीज़ें कर सकते हैं
सिंगल रहने पर आपको इस बात की बिल्कुल भी टेंशन नहीं होती कि ऑफिस के बाद पार्टी करने पर, घर देर से पहुंचने पर या फोन पिक न करने पर हजारों सवालों के जवाब देने होंगे. हर चीज़ को अपने मन-मुताबिक करने की फ्रीडम होती है आपके पास.
दूसरों को समझने के लिए वक्त होता है
सिंगल रहते हुए आप डेट के लिए सही पार्टनर की तलाश कर सकते हैं. क्या सही है और क्या गलत है के बीच के फर्क को जानने का मौका मिलता है. साथ ही, अपनी कई आदतों और जरूरतों के बारे में भी पता चलता है. सिंगल रहते हुए कई चीजों को करने की आजादी होती है, जो रिलेशनशिप में रहते हुए पॉसिबल नहीं इसलिए शहरों में इसका ट्रेंड बढ़ रहा है.
सिंगल रहने पर आप ज्यादा कॉन्फिडेंट होते हैं
सिंगल रहते हुए आपको अपने स्किल्स और टैलेंट को डेवलप करने का मौका होता है. नए-नए चैलेंज फेस करते-करते आपके अंदर कॉन्फिडेंस आने लगता है चीज़ों को हैंडल करने का, उनसे बाहर निकलने का. जिससे आप अपने लाइफ को पहले से ज्यादा एन्जॉय करने लगते हैं.
इमोशनल ड्रामा से बचा जा सकता है
सिंगल होने का सबसे अच्छा और बड़ा फायदा है कि किसी प्रकार के नाटक या ड्रामे का शिकार होने से बचा जा सकता है. महिला हो या पुरुष, रिलेशनशिप में नोंकझोंक और तकरार होती ही होती है. इसके लिए झूठ, इमोशनल ब्लैकमेलिंग और ड्रामा जगजाहिर है. इन सब चीजों और टेंशन से बचने के लिए ही आजकल लोग सिंगल रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
करियर पर फोकस कर सकते हैं
सिंगल रहते हुए करियर को लेकर ज्यादा सीरियस होकर सोचा जा सकता है और उसकी अच्छी तरह से प्लानिंग की जा सकती है. रिलेशनशिप में रहते हुए वक्त के साथ ही दिमाग भी बंट जाता है, जिसका असर प्रोफेशनल से लेकर पर्सनल लाइफ पर पड़ने लगता है. लेकिन सिंगल रहते हुए प्रोफेशनल लाइफ पर सही तरीके से फोकस किया जा सकता है और अपने गोल को अचीव किया जा सकता है.
हर काम को करने की आजादी
अपनी मर्जी से कहीं भी आना-जाना, घूमना-फिरना, किसी पर कोई पाबंदी नहीं होती, न ही घरवालों या किसी दूसरे का प्रेशर जिसकी शिकायत आमतौर पर रिलेशनशिप में रहने वाले लोग करते हैं और कभी-कभार तो इससे बहुत ज्यादा परेशान भी रहते हैं.
पॉकेट में पैसे होते हैं
बैचलर रहने पर आपकी जेब में पैसे होते हैं खुद पर खर्च करने के लिए. लॉन्ग वेकेशन, दोस्तों के साथ डिनर और भी कई तरह के सरप्राइज़ जैसे कई प्लान बनाए जा सकते हैं. इन सबके बाद भी सेविंग्स करना पॉसिबल होता है.
बिंदास होकर अपने शौक पूरे करना
शादी के बाद या किसी रिलेशनशिप में बंधने के बाद कई सारी आदतों को कभी मजबूरीवश तो कभी पार्टनर के चलते छोड़ना पड़ता है. वहीं सिंगल्स के साथ ये प्रॉब्लम्स नहीं होती. खाने-पीने, घूमने-फिरने और फैशन से रिलेटेड किसी भी चीज के शौक को बिंदास होकर पूरा किया जा सकता है. सिंगल रहने वालों की तादाद में इजाफा होने की एक बड़ी वजह ये भी है.
सही उम्र में शादी होने से बेहतर सही इंसान से शादी होना है, इसलिए किसी भी रिलेशनशिप में पड़ने की जल्दीबाजी करना आजकल लोग सही नहीं समझ रहे और इतने सारे फायदों को जानने के बाद तो यही लगता है कि अकेले हैं तो क्या गम है.
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