माल्या के अलावा ये बिजनेसमैन भी हुए थे भारत से फरार
बैंकों के हजारों करोड़ रुपए का गबन कर देश से भागे उद्योगपति विजय माल्या ने भारतीय कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा दिया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए देश से भागने वालों में विजय माल्या कोई अकेले नहीं हैं। उनसे पहले ललित मोदी, वारेन एंडरसन और ओतावियो क्वात्रोच्ची भी इसी तरह रातोंरात अचानक देश छोड़कर भाग गए थे।
विजय माल्या के देश छोड़ने का खुलासा उस वक्त हुआ जब विजय माल्या को अपने पासपोर्ट के साथ अदालत में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने की मांग करने वाली बैंकों की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को माल्या को नोटिस जारी किया। इस पर अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि विजय माल्या अब भारत में नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार, जस्टिस कुरियन जोसेफ और जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन ने विजय माल्या को नोटिस जारी कर कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया। इस पर अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कोर्ट से कहा कि बेंगलुरू स्थित ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) में दो मार्च को माल्या को डियाजियो से 7.5 करोड़ डॉलर भुगतान रोके जाने का आवेदन दाखिल किए जाने के तुरंत बाद माल्या देश से बाहर निकल गए।
गौरतलब है कि भारतीय स्टेट बैंक के अलावा, स्टेट बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, एक्सिस बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, फेडरल बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, आईडीबीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया किंगफिशर एयरलाइंस को ऋण देने वाले अन्य बैंकों में शामिल हैं।
ललित मोदी
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे आईपीएल के पहले कमिश्नर ललित मोदी भी गिरफ्तारी से बचने के लिए पत्नी की बीमारी का बहाना बनाकर ऐन वक्त पहले भारत से निकल गए थे। उसके बाद से वह आजतक देश की सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से बाहर हैं। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि ललित मोदी को देश से बाहर निकले में मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया पर मदद करने का आरोप लगा था।
वारेन एंडरसन
भोपाल गैस कांड में शामिल यूनियन कार्बाइड का मालिक वारेन एंडरसन भी कुछ इसी तरह भारत छोड़कर फरार हुआ था। उस वक्त मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह और प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर उसे देश बाहर भागने में मदद करने का आरोप लगा था। इस मुद्दे पर कई बार संसद में हंगामा भी हुआ था, लेकिन एंडरसन को कभी वापस नहीं लाया जा सका।
ओतावियो क्वात्रोच्ची
हथियारों के सौदागर और इटली के नागरिक ओतावियो क्वात्रोच्ची का नाम भी गिरफ्तारी से बचने के लिए भारत से फरार होने वालों की लिस्ट में शामिल है। बोफोर्स तोपों से जुड़े घोटाले में इटली के कारोबारी ओतावियो क्वात्रोच्ची का नाम उभर कर सामने आया था। इसके बाद सीबीआई से लेकर इंटरपोल तक ने क्वात्रोच्ची को पकड़कर भारत लाने की लाख कोशिश कीं, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
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