युवाओं को दक्ष एवं कौशल बनाने के मद्देनजर गुरुग्राम में ग्लोबल स्किल पार्क (वैश्विक कौशल पार्क) बनाया जाएगा और यह पार्क सिंगापुर के मॉडल की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। हरियाणा राज्य सरकार ने गुरुग्राम जिले के मानेसर में इस ग्लोबल स्किल पार्क को स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
संयुक्त टीम सिंगापुर का दौरा कर करेगी तैयारी
चण्डीगढ़ के हरियाणा-निवास में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री राजीव प्रताप रूडी की अध्यक्षता में कौशल विकास, हरियाणा के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में आज यह जानकारी दी गई। बैठक में हरियाणा के कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री विपुल गोयल भी उपस्थित थे। बैठक में रूडी ने केन्द्र तथा राज्य सरकार के अधिकारियों से कहा गया है कि वे ग्लोबल स्किल पार्क को स्थापित करने के लिए एक संयुक्त टीम का गठन भी करें और यह संयुक्त टीम सिंगापुर का दौरा भी करेगी ताकि हरियाणा में यह पार्क स्थापित किया जा सकें।
जिलों में आधुनिक कौशल केन्द्र भी
केन्द्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि हरियाणा में फरीदाबाद, नूंह, हिसार, फतेहाबाद तथा भिवानी में सेक्टर स्किल केन्द्र भी स्थापित किए जाएंगे, जहां पर प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह केन्द्र आगामी 4 से 5 माह में शुरू कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र आधुनिक और एक माॅडल के रुप में होंगे तथा केन्द्रीय मंत्रालय इनके संचालन में अपना भरपूर सहयोग करेगा। हरियाणा के सभी जिलों में आधुनिक कौशल केन्द्रों को भी खोलने की संभावना है, जिसके लिए राज्य सरकार प्रस्ताव भेजे। इस पर सीएम ने कहा कि राज्य सरकार केन्द्रीय मंत्रालय को भवन तथा जमीन उपलब्ध कराने के लिए तैयार है और इसके लिए प्रस्ताव आगामी एक सप्ताह के भीतर भेज दिया जाएगा।
ड्राइवर्स ट्रेनिंग संस्थान भी खोले जाएंगे
बैठक में चालक प्रशिक्षण संस्थान खोलने के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई, जिसके संबंध में रूडी ने कहा कि केन्द्र सरकार एक चालक प्रशिक्षण संस्थान के संबंध में एक कम्पोजिट योजना लाने जा रही है जिसमें आटोमोटिव से संबंधित हर प्रकार के चालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश के प्रत्येक राज्य में इस प्रकार के आधुनिक चालक प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पहले से ही चालक प्रशिक्षण संस्थान खुले हुए हैं लेकिन बेहतर तथा अच्छा प्रशिक्षण देने के लिए एक समूह का गठन किया जाना चाहिए ताकि संस्थान के प्रशिक्षण प्राप्त उम्मीदवार को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार मुहैया हो सकें।