Saturday, September 23rd, 2017 15:58:22
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इंदौर को भारत की हार मंजूर नहीं




इंदौर को भारत की हार मंजूर नहींSports

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इन्दौर में क्रिकेट का उफान एक बार फिर चरम पर है. मध्य प्रदेश की जनता व्याकुल हो रही है अपने क्रिकेट सितारों के जोहर देखने के लिए. सचिन और सहवाग जैसे अनेक सितारों ने इंदौर के मैदान पर प्रेमिओं के दिल जीते हैं. साथ ही रिकॉर्ड बुक में सुनहरे पन्ने जोड़े हैं. प्रदेश और देश के कई हिस्सों से आये लोगों ने भी प्रिय सितारों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इस बार भी जनता उमड़ कर अपनी भूमिका के लिए तैयार हैं. अब बारी विराट कोहली और उनके जांबाजों की हैं. जनता में विराट के अलावा धोनी, हरेंद्र पंड्या, रविंद्र जडेजा आदि के गेंद और बल्ले से चमत्कारिक प्रदर्शन देखने की ललक हैं.

# आंकड़े भारत के पक्ष में

इतिहास गवाह हैं कि भारतीय क्रिकेट के लिए इंदौर हमेशा सौभाग्यशाली साबित हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने आई विदेशी टीमों को प्रायः यहां हार ही मिली. इंदौर में अब तक कुल 13 अंतर्राष्ट्रीय वन डे हुए. नौ नेहरू स्टेडियम में और चार होल्कर स्टेडियम में. इनमें से 9 भारत ने जीते, 1-1 ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका ने. एक मैच टाई रहा, जबकि एक का रिजल्ट नहीं निकल सका. वही इंदौर एक बार फिर तैयार है. एक नए मुकाबले के लिए. सामने है ऑस्ट्रेलिया जिसने इंदौर में एक जीत का स्वाद चखा है. हालाँकि इस बार मैदान वह नहीं है जहां ऑस्ट्रेलिया जीता था. तब नेहरू स्टेडियम का मैदान था. अब होल्कर स्टेडियम है, जहां भारत का रिकॉर्ड अपराजेय रहने का है. इस बार तो भारतीय टीम भी अपराजेय मानी जाने वाली है.

# समृद्ध इतिहास

इंदौर में क्रिकेट का इतिहास समृद्ध रहा हैं. होल्करों की इस नगरी में राजाओं ने क्रिकेट के शौक को जूनून कि हद तक अपनाया. यही वजह है कि 1940 में मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का गठन होल्कर क्रिकेट एसोसिएशन के नाम से ही हुआ. इसने कर्नल सी.के.नायडू, कैप्टन मुश्ताक अली और जगदाले जैसे सर्वकालीन महान सितारे दिए है. नेहरू स्टेडियम के बाद शहर के बीचोंबीच महारानी उषाराजे ट्रस्ट क्रिकेट मैदान बना. मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने इसे ही 2010 में होल्कर स्टेडियम नाम दिया. तीस हजार दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम पर अभी तक हुए चारों अंतर्राष्ट्रीय वन डे और एकमात्र टेस्ट मैच भारत ने ही जीते है.

# होल्कर पर क्यों ?

क्रिकेट मैचों का आयोजन नेहरू स्टेडियम से होल्कर स्टेडियम में शिफ्ट करने का मुख्य कारण तो यही हैं कि होल्कर मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का अपना मैदान हैं, जबकि नेहरू स्टेडियम इंदौर नगर निगम की मिलकियत हैं. स्वाभाविक हैं इसका रख रखाव सरकारी तौरतरीकों से हुआ , जो कमजोर रहा. लेकिन एक बड़ा रोचक कारण भी है. 25 दिसम्बर 1997 को जब नेहरू स्टेडियम पर भारत श्रीलंका के बीच अंतर्राष्ट्रीय वन डे प्रारम्भ हुआ तो पिच ने ऐसे करतब दिखाए कि खिलाडियों के पसीने छूट गए और खेल तीन ओवर के भीतर ही निरस्त कर दिया गया. साथ ही आईसीसी ने दो साल के लिए नेहरू स्टेडियम को बैन कर दिया. इसके बाद मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने स्वयं के स्टेडियम पर खेलने का निर्णय लिया.

# अभूतपूर्व उत्साह

विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम कोलकाता मैच के बाद अभूतपूर्व इंदौरी उत्साह के बीच तीसरा वन डे खेलेगी. इस उत्साह की झलक टिकट खरीदने के लिए 24 घंटे पहले लगी मीलों लम्बी लाइन ने दिखा दी. इस उत्साह के आगे आयोजक मध्य प्रदेश क्रिकेट असोसिएशन और प्रशासन भी पस्त नजर आया. दो दिन बिकने वाले टिकट एक ही दिन में बिक गए.

लेखक-विभूति शर्मा (वरिष्ठ पत्रकार)

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