कश्मीर पहुंचे राजनाथ, कहा पैलेट गन का विकल्प हो, युवाओं के भविष्य से न खेलें
कश्मीर घाटी में कुछ दिनों से जारी हिंसा के बीच भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह हालात का जायजा लेने पहुंचे जहां पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर की सीएम मेहबूबा मुफ्ती के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की । सिहं ने राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जो नौजवान बहकावे में आकर पत्थर उठाते है उन्हें समझाने की जरूरत है।
कंप्यूटर वालें हाथों मे पत्थर
राजनाथ सिंह ने दुःख जताते हुए कहा कि ‘‘जिन नौजवानों के हाथों में कंप्यूटर होना चाहिए उनके हाथों में पत्थर देखकर उन्हें दुःख होता है और ऐसे नौजवानों को सही मार्ग पर लाया जाना चाहिए ताकि उनका भविष्य बेहतर बनाया जा सके। कश्मीर में बच्चों का भविष्य हिन्दुस्तान से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत को मानने वालों से चर्चा को हर समय तैयार है।’’
उन्होंने कहा कि सभी पक्षों से सकारात्मक बातचीत हुई है और सभी दलों से भी बेहतर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हिंसा पर पूरा देश दुखी है और कश्मीर में हालात पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नजर है। मोदी ने कश्मीर के हालात पर पीड़ा व्यक्त की है।
राजनाथ ने कहा कि पेलेट गन का विकल्प होना चाहिए, ये हम सब महसूस करते है। पेलेन गन के इस्तेमाल में एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों की भी चिंता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कश्मीर में जब बाढ़ आई तो जवानों ने लोगों की जान बचाई थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवालों का जवाब देते हुए महबूबा ने कहा कि कश्मीर के 95 फीसदी लोग अमन चाहते और बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन सिर्फ 5 फीसदी लोग अपने हितों के लिए गलत राह पर हैं।