एक दिग्गज MNC ने अपनी कंपनी के प्रत्येक कैटिगिरी वाले विभागों में विभिन्न 15 टीमों का गठन किया है और सभी को अलग-अलग टारगेट दिया गया है। बदलते टक्कर वाले कारोबारी माहौल और ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए सेल्स और इनोवेशन पर विशेष ध्यान देने की तैयारी है। हर टीम को कंट्री कैटिगिरी बिजनस टीम कहा जाएगा। इसमें रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट, सेल्स, मार्केटिंग, सप्लाइ चेन और फाइनांस जैसे डिपार्टमेंट्स शामिल हैं। और ये सब योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद से मिल रही जोरदार टक्कर से निपटने के लिए ख्यात MNC हिंदुस्तान यूनिलीवर ने किया है।
ये सभी टीमें स्वतंत्र रूप से एण्टरप्रेन्योर माइंडसेट के साथ काम करेंगी। कंपनी का यह नया स्ट्रक्चर उसके पुराने मॉडल से पूरी तरह अलग है, जिसमें सभी कैटिगरिज में सेंट्रल मार्केटिंग, ब्रैंड और सेल्स टीमें थी। नेट सेल्स में 8% की ग्रोथ के नतीजों के अगले ही दिन कंपनी के MD संजीव मेहता ने ET को बताया कि इनका नेतृत्व CCBT हेड्स करेंगे। इनमें से ज्यादातर 30 साल की उम्र के करीब हैं और अगले 1 साल के लिए बने प्लान को पूरा करने में सक्षम हैं। हमारा काम इनके मेंटर की तरह से सक्रिय रहना और सलाह देना है।
मेहता ने आगे कहा कि CCBT में शामिल किए गए फंक्शनल रिप्रजंटेटिव्स अपने कार्य और टीम के अजेंडे में तालमेल स्थापित करेंगे।’ करीब 2 साल पहले डव शैम्पू और लक्स साबुन बनाने वाली इस कंपनी ने पूरे देश के मार्केट को 14 क्लस्टर्स में बांट दिया था। इसके अलावा हाई ग्रोथ मार्केट के तौर पर विकसित हो रहे सेंट्रल इंडिया में 5वीं शाखा खोली थी। उस वक्त कंपनी ने दावा किया था कि क्षेत्रीय स्तर पर मिल रही टक्कर से निपटते हुए उसने अपने प्रॉडक्ट्स के मार्केट शेयर को 90% तक पहुंचा दिया था।
इससे पहले पिछले ही साल हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपनी रिपोर्टिंग लेयर में बदलाव करते हुए सभी डिविजनल हेड्स को सीधे ग्लोबल फंक्शन हेड्स को रिपोर्ट करने का आदेश दिया था। कंपनी का मुख्यालय लंदन में है। कंपनी का मानना था कि इससे तत्काल फैसले लेने में आसानी होगी और बाजार में नए इनोवेशंस के लिए इंतजार नहीं करना होगा।