पाकिस्तान के साथ मैच खेलना क्या हमारे शहीदों का अपमान नहीं है ?
आज़ादी से पहले भारत और पाकिस्तान एक ही हुआ करते थे। साथ-साथ ही दोनों ने आजादी की लड़ाई लड़ी लेकिन जब देश आज़ाद हुआ तो एक देश दो टुकड़ों में बंट गया। एक का नाम भारत और दूसरा पाकिस्तान और वहीं से उपजी लोगों के दिलों में दुश्मनी। आज ये दुश्मनी इतनी बढ़ चुकी है जिसका परिणाम आतंकवाद जैसी समस्या बनकर आया।
सीमा पर आए दिन देश के वीर जवान इस समस्या का शिकार होते रहते है। लगातार हो रही जवानों की मौत से देश में रह रही जनता का सब्र भी अब टूटने लगा है और इसका असर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर भी देखने को मिला है। पिछले दिनों खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ, क्रिकेट आतंकवाद के साथ नहीं खेला जा सकता।
खेल मंत्री का कहना भी सही है कि पाकिस्तान पहले आतंकवाद खत्म करे और उसके बाद क्रिकेट खेले। इस बारे में इंडियन क्रिकेटर्स की क्या राय सामने नहीं आई है। दरअसल इंडियन क्रिकेटर्स की ओर से अभी तक इस मामले में कोई पहल नहीं की गई है। खैर जो भी हो लेकिन ये मैच आज होने जा रहा है।
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक अलग ही तरह का माहौल चल रहा है। सोशल मीडिया का माहौल देखकर लगता है कि ये मैच हो और इंडिया पाकिस्तान को बुरी तरह हराए। लोग इंडिया की जीत के लिए हवन-यज्ञ कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लोग अपने इष्टदेवता से इंडिया के जीतने की मन्नत मांग रहे हैं।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खेलकूद प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह-संयोजक एवं अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान राकेश सिंह ने आज यहां कहा कि पाकिस्तान के साथ किसी प्रकार का खेल सम्बन्ध बनाना उन अनगिनत शहीदों का अपमान होगा जो पाक की नापाक आतंकी गतिविधियों के शिकार हुए हैं।
श्री सिंह ने आज यहां कहा कि भारत में आतंकवादी गतिविधियों और सीमा पार अपनी नापाक हरकतों से भारतीय सैनिकों पर हमला करने वाले पाकिस्तान के साथ क्रिकेट का सम्बंध भारत मां के साथ विश्वासघात के साथ सीमा पर शहीद सैनिकों की शहादत का अपमान है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक अत्यंत अराजक राष्ट्र है जो सिर्फ दण्डात्मक भाषा ही समझता है। इसके साथ किसी प्रकार का खेल सम्बन्ध बनाना उन अनगिनत शहीदों का अपमान होगा जो पाक की नापाक आतंकी गतिविधियों के शिकार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में क्रिकेट के खेल ने राष्ट्रीय जुनून का स्तर प्राप्त किया और इसमें पाकिस्तान के साथ हार-जीत देश के सवा अरब लोगों को प्रभावित करती है और पाकिस्तान के लिए भारत से खेलना उसके जीने के लिए आक्सीजन के समान है, भारत को उसे देने से परहेज करना चाहिए। ऐसे में पाकिस्तान के साथ मैच खेलना क्या शहीदों का अपमान नहीं है ?
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