कॉलेज में प्रोफेसर थे राजनाथ, ऐसे बने दमदार नेता
साल 2014 में भारत में चुनाव हुए थे और हमारे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुने गए थे। ये अकेले नरेंद्र मोदी का प्रभाव नहीं था जो पूरे देश में कमल खिला। ये पूरी की पूरी पार्टी, नेताओं व अन्य टेक्नीकल टीम का भी काम है साथ ही साथ कुछ कमियां विपक्ष की भी है। कारण बहुत से है जिससे देश में कमल खिला और देश में बीजेपी की सरकार बनी।
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बीजेपी में कितने सारे नेता है किस-किस के नाम याद रखें ये सवाल आमतौर पर युवाओं का होता ही है। पॉलिटिक्स में मुश्किल है कि आपको कुछ लोगों के नाम याद रह जाए। वैसे काफी सारे नेता ऐसा भी है जिनका नाम आपको उनके काम से याद हो जाता है जैसे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ।
यहां हम योगी आदित्यनाथ की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि हम बात कर रहे हैं उस नेता की जिसने पाकिस्तान में जाकर पाकिस्तान को ही लताड़ लगा दी। हम बात कर रहे हैं गृहमंत्री राजनाथ सिंह की। राजनाथ सिंह बीजेपी के नेता है जो इस समय गृह मंत्रालय को संभाल रहे हैं इससे पहले वे एक लंबा राजनैतिक करियर तय करके आए है।
राजनाथ सिंह यूपी के भाभुरा में 10 जुलाई 1951 को एक राजपूत फैमिली में जन्मे थे। उनके पिता राम बदन सिंह और मां गुजराती देवी है। वे एक किसान परिवार में जन्मे थे और बड़े होकर उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में मास्टर्स डिग्री हासिल की। साल 1964 में आरएसएस से जुड़े जब वे सिर्फ 13 साल के थे।
राजनाथ सिंह शुरूआत से ही काफी पढ़ाकू टाइप के व्यक्ति थे। कॉलेज में उन्होंने फिजिक्स में मास्टर्स किया और फिर वे कॉलेज के प्रोफेसर बन गए। इमरजेंसी के दौरान वे जेल में भी बंद थे। राजनाथ सिंह का आरएसएस से जुड़ाव होने के कारण उनका इंट्रेस्ट राजनीति में भी आया और उन्होंने बीजेपी को ज्वाइन किया।
साल 1975 में उन्हें जन संघ ने मिर्जापुर जिले का अध्यक्ष बनाया। बाद में वे यूपी में शिक्षा मंत्री भी बने। बतौर शिक्षा मंत्री उन्होंने कई सराहनीय काम भी किए। साल 1991 में उन्होंने बतौर शिक्षा मंत्री एंटी कॉपिंग एक्ट लागू करवाया था। साथ ही वैदिक गणित को मैथ्स के सिलेबस में उन्हीं ने शामिल करवाया था।
यूपी की राजनीति में राजनाथ सिंह लंबे समय से शामिल थे लेकिन साल 2000 में उन्हें यूपी का सीएम बनने का मौका मिला। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों को नौकरी दिलाने के प्रयास किए। साल 2003 में उन्हें एनडीए सरकार ने कृषि मंत्री के तौर पर चुना। इस बीच उन्होंने अनइंप्लाइमें, इट्स रीजन एंड रेमेडीज़ नामक पुस्तक भी लिखी।
साल 2014 में जब लोकसभा चुनाव हुए और बीजेपी की सरकार केंद्र में आई तक राजनाथ सिंह को गृहमंत्री बनाया गया। भारत-पाक के बीच तनातनी पर उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले लेकर सभी को चौंका दिया। उन्हें देश में काफी दमदार नेता भी माना जाता है क्योंकि पिछले साल पाकिस्तान में हुए सार्क सम्मेलन में वे पाकिस्तान को उसी के घर में जाकर लताड़ लगाकर आए थे।
सार्क सम्मेलन जैसे विश्व मंच पर राजनाथ सिंह ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को खूब खरी-खरी सुनाई थी जिसके कारण वे मीडिया में सुर्खियों में रहे। हाल ही में उन्होंने अक्षय कुमार के साथ मिलकर ‘भारत के वीर’ नामक पोर्टल लॉन्च किया है जिसकी मदद से आम लोग आर्मी के शहीद जवानों के परिजनों की आर्थिक मदद कर सकते हैं।
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