सर्जिकल स्ट्राइक के रीयल हीरो को दिया राष्ट्रपति ने वीरता का सम्मान
भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान को करारा जवाब दे दिया था और इसी के बाद से लोग भी मान गए कि पीएम मोदी सिर्फ देश के बाहर नहीं बल्कि देश के अंदर भी ध्यान देते है। पिछले साल में ही लोगों के मुंह से कहते सुना था कि मोदीजी देश पर ध्यान नहीं देते सिर्फ विदेश ही घूमते रहते हैं लेकिन पीएम मोदी ने लोगों की ये गलतफहमी भी अब दूर कर दी।
सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान को करारा जवाब देने के बाद भारत के लोगों में काफी उत्साह जागा था और हर किसी ने देश के जवानों की जमकर तारीफ की थी। हाल ही में पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के लॉचिग पैड पर हमला कर कई आतंकियों को मार गिराने वाले सेना के जाबाज जवानों को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में हुए एक कार्यक्रम में इन जाबांजो को सम्मानित किया गया।
मेजर सूरी ने निभाई थी अहम भूमिका
पिछले साल 29 सितंबर की रात को हुए हमले में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक में पैरा कमांडोज़ ने हिस्सा लिया था। सेना के इस मिशन में मेजर रोहित सूरी ने अहम भूमिका निभाई थी। मेजर सूरी ने निर्णायक सोच और अदम्य साहस का परिचय देते हुए सेना के इस अभियान को सफलतापूर्वक अपने अंजाम तक पहुचाया और 4 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया।
दिया दूसरा सबसे बड़ा सम्मान
मेजर रोहित सूरी को वीरता के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। शांति काल में अशोक चक्र के बाद ये वीरता का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है। मेजर सूरी के साथ सर्जिकल स्ट्राइक के एक और हीरो नायक सूबेदार विजय कुमार को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने हमले से पहले गुप्त रेकी और महत्वपूर्ण सूचनाएं इकट्ठा कीं। नायक सुबेदार विजय कुमार उस दल के कमांडर थे जिन्होंने आतंकवादियों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। विजय कुमार ने दो आतंकियों को मौत की घाट उतार दिया।
आपको बता दें जब कश्मीर के उरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमले में 19 जवानों के शहीद होने के बाद सेना ने आतंकियों के लाचिंग पैड पर एलओसी पार कर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था जिसमें कई आतंकी मारे गए थे. पहली बार सेना के जवानों ने दुश्मन के घर में घुसकर इस स्तर पर ऑपरेशन को अंजाम दिया। बड़ी बात यह कि पाकिस्तानी सेना और आतंकियों को इस अभियान के बारे में ख़बर तक नहीं लगी।
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