पॉपुलर होने के लिए खुद ने ही कर डाली ये कारिस्तानी
पॉपुलर होने के लिए इंसान क्या-क्या नहीं करता। लेकिन इन दिनों पॉपुलर होने के लिए व्यक्ति या तो झूठे मेल का सहारा ले रहा है या खुद ही मनगड़त कहानियां बनाकर झूइी अफवाहें फैला रहा है। कुछ ऐसा ही मामला पिछले दिनों में गुजरात में सामने आया था। जिसमें स्वयंभू वैज्ञानिक को पिछले दिनों सीरिया से अरबी में लिखी आतंकी संगठन आईएसआईएस की धमकी भरी पत्र मिलने और कुछ समय पहले उन पर हुए हमले की घटना का मामला सामने आया था। जब पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पाया कि लोकप्रियता पाने के लिए उन्होंने एक साजिश के तहत कहानी रची थी और पूरी उन्हीं की अपनी कारिस्तानी थी।
आपको बता दें कि सुरेन्द्रनगर जिले के वैज्ञानिक डॉ.मुकेश शुक्ला ने पिछले महीने ये कहकर सनसनी फैला दी थी कि उन्हें अरबी में लिखा आईएसआईएस का एक पत्र मिला है जिसमें आतंकी संगठन ने उनसे एड्स और एचआईवी से संबंधित शोध सौंप देने की धमकी दी है साथ ही उन पर रसायनिक स्प्रे से हमला कर शोध संबंधी की जानकारी वाला पेन ड्राइव छीन लिया है। लेकिन सुरेन्द्रनगर की पुलिस की जांच पड़ताल के बाद ये चौकाऊ खुलासा हुआ है कि वो पत्र खुद डॉ.शुक्ला ने ही लिखा था।
कैसे किया ये कारनामा-
उन्होंने पहले इस पत्र को अंग्रेजी में तैयार किया और फिर गूगल की मदद से इसे अरबी में ट्रांसलेट किया। हमले की घटना भी उन्होंने झूठी फैलाई थी, उन्होंने खुद ही काली मिर्च के पाउडर वाल स्प्रे से खुद ही छिड़काव कर लिया था। वे मशहूर होना चाहते थे, इसलिए दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए उन्होंने यह सब फर्जी साजिश रचाई।
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