जब से जियो की सिम आई है तब से भारत में इंटरनेट का यूज तेजी से बढ़ गया है। वैसे इंटरनेट यूज करते है तो रोज आपका कई सारी परेशानियों से सामना भी होता होगा। किसी वेबसाइट को चला रहे है और अचानक से कोई विज्ञापन आकर आपका सारा मजा बेकार कर देता है। कई बार विज्ञापनों से इतनी चिढ़ हो जाती है कि इंटरनेट चलाना ही बंद कर देते है।
अगर आप नए-नए इंटरनेट चलाने वाले है और इंटरनेट की दुनिया में आपने अभी प्रवेश किया है तो ये जानकारी आपके बहुत काम में आएगी। वैसे ये जानकारी उनके काम में भी आएगी जो पहले से इंटरनेट का उपयोग कर रहे है। आपने जब मोबाइल के लिए जीमेल या याहू पर मेल आइडी बनाई होगी तो आखिरी में आपने एक कैप्चा कोड फिल किया होगा। क्या आप जानते हैं इस कैप्चा कोड के बारे में…
इस आर्टिकल में आपको इसी कैप्चा कोड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले है। दरअसल कैप्चा कोड एक तरह का इमेज कोड है जिसे सॉफ्टवेयर या कंप्यूटर फिल नहीं कर सकता इसे सिर्फ इंसान ही सॉल्व करके फिल कर सकता है। ये हमेशा आपकी और वेबसाइट की सुरक्षा के लिए दिया जाता है।
आपने जब कभी ईमेल आइडी बनाया होगा तब सारी जानकारी फिल करने के बाद आपसे एक कैप्चा कोड मांगा होगा जिसके बाद ही आपकी ईमेल आइडी बनी होगी। ये कैप्चा कोड यहां पर इसलिए होता है ताकि कोई सॉफ्टवेयर या कोई कंप्यूटर डायरेक्ट ईमेल आइडी न बना पाए। चूंकि इसे इंसान ही सॉल्व कर सकता है इसलिए इसके होने से किसी सॉफ्टवेयर द्वारा अपने आप ईमेल आइडी बनाना संभव नहीं हो पाता है।
क्या कैप्चा का मतलब
कैप्चा का पूरा नाम completely automated public turing test to tell computers and humans apart है। ये एक चैलेंज टेस्ट है जिसे एक मनुष्य ही सॉल्व कर सकता है न कि कोई कंप्यूटर। अगर आसान शब्दों में बताए तो ये एक वर्ड वेरिफिकेशन टेस्ट है। जो किसी भी फार्म में साइन अप के समय दिखाई देता है।
कैप्चा कोड के कार्य
इसे हम इस तरह समझ सकते है कि अगर आप कोई ईमेल आइडी बना रहे है तो फार्म के लास्ट में कैप्चा दिखाई देता है। यह ये देखने के लिए होता है कि ये फार्म किसी मशीन ने तो नहीं भरा है। अगर कोई मशीन या फार्म वो फार्म फिल करे है तो वो कैप्चा सॉल्व नहीं कर पाते अगर कोई मनुष्य फार्म फिल करता है तो वो उसे सॉल्व कर सकता है।
कैप्चा की जरूरत
दरअसल कैप्चा किसी भी सिस्टम या वेबसाइट को मॉलिसियश अटैक से बचाता है। अटैकर ऐसे ऑटिमेटिक सॉफ्टवेयर बनाता है जो बहुत अधिक रिक्वेस्ट जनरेट करते है और किसी वेबसाइट या सिस्टम पर लगातार रिक्वेस्ट भेजते है जिससे उस पर ज़्यादा लोड होता है। कई बार संभावनाएं साइट क्रेश होने की भी हो जाती है। इसलिए कैप्चा का इस्तेमाल किया जाता है ताकि इस तरह के ऑटोमेटिक रिक्वेस्ट से बचा जा सके और साइट क्रेश होने से बचाई जा सके।
कैप्चा का इस्तेमाल
कैप्चा का इस्तेमाल ऑनलाइन पोल्स, रजिस्ट्रेशन फोरम जैसी सर्विस देने वाली वेबसाइट करती है। इसे इमेज के रूप में बनाया जाता है। जिसे कोई भी इंसान आसानी से सॉल्व कर सकता है। गूगल खुद कैप्चा की सर्विस आपको उपलब्ध करवाता है जिसे आप अपनी साइट पर इस्तेमाल कर सकते है।