Saturday, August 26th, 2017
Flash

मिलिए एक ऐसे कुक से, जो बखूबी जानता है अपने गुरू मोदी के स्वाद को




Social

Sponsored




पीएम मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं। भले ही पूरे देश पर उनका राज चलता हो, लेकिन उनकी किचन में राज चलता है उनके कुक बद्री का। जी हां, ये मोदी का कुक है, जो उनके लिए उनके स्वाद के अनुसार खाना बनाता है। बद्री आज से नहीं बल्कि पिछले 13 सालों से मोदी की किचन में उनके लिए स्वादिष्ट और शाकाहारी खाना बनाता आ रहा है। बद्री उनके स्वाद को बहुत अच्छे से समझता है।

बात अगर खाने की हो, तो मोदी एकदम सादा खाना पसंद करते हैं। लेकिन वे इस बात का जरूर ध्यान रखते हैं कि खाना तैयार कैसे हुआ है। इसलिए उनके कुक बद्री उनकी इस बात से वाकिफ हैं और वे जानते हैं कि कब, क्या और कैसे अपने गुरू के लिए खाना तैयार करना है। बद्री उनके केवल कुक ही नहीं हैं, बल्कि उन्हें खाना किस टाइम पर देना है ताकि वो हेल्दी रहें इस बात का भी बखूबी ध्यान रखता है।

बद्री बताते हैं मोदी का मैन्यू-

एक इंटरव्यू में बद्री ने मोदी के मेन्यू के बारे में बताया था। उन्होंने बताया कि हफ्ते में तीन दिन खिचड़ी खाना पसंद है। ब्रेकफास्ट में वे ज्यादातर इडली, डोसा यार कोई भी साउथ इंडियन क्यूजिन ही लेते हैं। इन सबके अलावा वे गुजरात करी के भी दीवाने हैं।
उन्हें भिंडी कड़ी बहुत पसंद है। वघरेली खिचड़ी , खाकरा और गुजराती अचार के भी वे दीवाने हैं। बद्री हर दिन उनके खाने का प्लान शेड्यूल तैयार करते हैं। ब्रदी उनके खाने की टाइमिंग को लेकर काफी सर्तक रहते हैं, यही वजह है कि मोदी फिटनेस के मामले में युवाओं को भी पीछे छोड़ रहे हैं।

अब सुनिए बद्री की कहानी-

बात 20 साल पुरानी है, जब बद्री अपने दोस्त दिनेश और सूरज मीना के साथ उदयपुर के बिलक से नौकरी की तलाश में गुजरात आया था। बद्री ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे 15 साल के ही थे, जब उन्होंने गांधीनगर के बीजेपी ऑफिस में काम करना शुरू किया । मैं उस वक्त मोदी की स्वच्छ किचन यानि की सादा खिचड़ी और खादी का कुर्ता पहने देख उनसे काफी इंप्रेस हो गया था। एक पार्टी वर्कर के तौर पर मैंने कई विजिट नरेन्द्र मोदी के साथ की और मैं उनसे प्रभावित होता चला गया। आखिरकर वह दिन आया जब मैंने उनके लिए खाना बनाना शुरू किया। उसी समय मेरे दोस्त दिनेश मीना को उस समय बने पार्टी के कुलपति केशुभाई पटेल के यहां नौकरी पर लग गए, जो बाद में गुजरात के मुख्यमंत्री बने।


मोदी भाजपा नेता के बाद गुजरात के सीएम बन गए। इसके बाद से बद्री की जिन्दगी भी बदल गई। बद्री की वाइफ ओर दो बेटे आज भी गांधीनगर में रहते हैं। ये बद्री की काबिलियत है कि उन्हें खाने में क्वालिटी और टेस्ट की अच्छी समझ है। बता दें कि मोदी जी भी बचपन में अपनी मां के साथ किचन में उनकी मदद किया करते थे। खुद इतने अच्छे कुक होने के बावजूद भी मोदी ने बद्री को सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि एक वो ही है जो उनके स्वाद को अच्छे से समझते हैं।

आम इंसान ही है बद्री-

भले ही आज बद्री पीएम मोदी के करीबी हैं, बावजूद उसके रहन-सहन में जरा भी अंतर नहीं आया। वह आज भी एक आम आदमी की तरह रहते है। हर रोज लोकल मार्केट से सब्जियां लेकर आते हैं। नरेन्द्र मोदी को हरी सब्जियों से बहुत प्यार है, इसलिए वे उनके लिए खासतौर से ताजा हरी सब्जियां खरीदते हैं। यहां तक की अगर किसी टूर पर जाना हो तो बद्री को गुजराती मसाले, अचार और ऐसी कई चीजें साथ रखनी पड़ती हैं, तो उनके मोदीजी को अच्छी लगती हैं। बता दें कि बद्री की उम्र सिर्फ 37 साल है। मोदी पीएम बनने के बाद भी अपने कुक बद्री को अपने साथ दिल्ली लेकर आए थे और वे आज भी जहां जाते हैं बद्री को अपने साथ ले जाते हैं।

Sponsored



Follow Us

Yop Polls

तीन तलाक से सबसे ज़्यादा फायदा किसको?

    Young Blogger

    Dont miss

    Loading…

    Subscribe

    यूथ से जुड़ी इंट्रेस्टिंग ख़बरें पाने के लिए सब्सक्राइब करें

    Subscribe

    Categories