वाशिंगटन। रोबोट वकील के बारे में अपने शायद ही काफी सुना हो, जो 24 घंटे के अंदर कानूनी एडवाइस देता हो। जी हां अमेरिका कंपनी ने दुनिया के पहले रोबोट वकील को नौकरी में रखा। ये रोबोट विधि अनुसंधान से जुड़ी विभिन्न टीमों को अपनी सहायता प्रदान करेगा।
रॉस रखा रोबोट का नाम
अमेरिका के एक लॉ फर्म बेकर होस्टेटलर ने विधिक शोध की विभिन्न टीमों की मदद से दुनिया का अर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी आधारित पहला वकील तैयार किया है। इस रोबोट का नाम रॉस (आरओएसएस) है। इसका निर्माण आईबीएम के कॉग्निटिव कंप्यूटर वाटसन के आधार पर किया गया है।
ये हैं रोबोट की खास बाते
रॉस’ (आरओएसएस) नाम के इस रोबोट का निर्माण आईबीएम की वॉटसन काग्निटिव कंप्यूटर पर आधारित है।
अनुसंधान से संबंधित अपने सवाल वकील ’रॉस’ से पूछ सकेंगे।
यह रोबोट कानूनों का अवलोकन करेगा, उनसे साक्ष्य इकट्ठे करेगा, निष्कर्ष निकालेगा और उसके बाद साक्ष्य आधारित सबसे सटीक उत्तर देगा।
रॉस’ अपने उपयोगकर्ताओं को अदालत के ऐसे निर्णयों के बारे में चौबीसों घंटे सूचित करता रहेगा जो उनके मामलों को प्रभावित कर सकते हैं।
लगातार सीखता रहता है रोबोट
ये ऐसा प्रोग्राम है जो उपयोगकर्ता वकीलों से लगातार सीखता रहता है और बदले में उन्हें हर बार बेहतर परिणाम उपलब्ध कराता है।’बेकर होसटेटलर’ रॉस के उपयोग का लाइसेंस दिवालियापन, पुर्नसरंचना और कर्जदाताओं के अधिकार से जुड़ी टीम को देगी।
बॉब क्रेग ने कहा
मुख्य सूचना अधिकारी बॉब क्रेग ने बताया, ’बेकर होसटेटलर में हम मानते हैं कि काग्निटिव कंप्यूटिंग और मशीन से सीखने के अन्य तरीकों से हम अपने मुवक्किलों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता सुधार सकते हैं।
रोबोट बनाने का ये है उद्देश्य
रॉस का निर्माण करने वाली कंपनी रॉस इंटेलीजेंस ने साल 2014 में टोरंटो यूनिवर्सिटी में इस दिशा में अनुसंधान शुरू किया था। इसका उद्देश्य आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस लीगल रिसर्च असिसटेंट का निर्माण था ताकि वकील अपनी क्षमताओं का स्तर देखकर उसमें सुधार कर सकें।