शनिवार 12 अगस्त महिलाएं अपनी घर की दहलीज को पार करके सडको पर उतरेगी | जिसके लिए इन दिनों सोशल मीडिया पर भी “मेरी रात मेरी सड़क” हैश टैग के प्रयोग से सभी महिलाओं को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है | दरअसल, यह अभियान चंडीगढ़ में हुई घटना के विरोध स्वरुप किया जा रहा है और साथ ही यह भी सन्देश दिया जा रहा है कि, सड़क किसी की जागीर नही है, पुरूषों की भी नही है |
मामला चंडीगढ़ का है जहा 4 अगस्त की रात वर्णिका कुंडू नामक युवती (आईएएस की बेटी ) ने पुलिस को शिकायत की | उसकी कार का कुछ लड़के पीछा कर रहे थे | मामले की जाँच कि गई तो, सामने आया कि, पीछा करने वाला व्यक्ति चंडीगढ़ के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का बेटा विकास बराला मुख्य आरोपी के रूप में पाया गया | लेकिन जिस तरह से पीड़िता से बयानबाजी ,पुलिस की और से की जा रही थी जिससे महिलाओ में गुस्सा पनपा और उसके विरोध में महिलाए इस अभियान को करेगी |
नसीहत दे दी गई
जहा एक तरफ महिलाए रात को भी घर से बाहर जा सके इसलिए विरोध कर रही है तो वही चंडीगड़ के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी ने एक चैनल पर बयान देते हुए लड़की की ही गलती बताई है और कहा – रात 12 बजे के बाद लड़की को घर के बहार नही जाना चाहिए |
सोशल मीडिया पर छाया मुद्दा
वैसे सोशल मीडिया यह मुद्दा बड़ा बन चुका है और हर व्यक्ति इसी के बारे में बात कर रहा और साथ ही इस विरोध के समर्थन में भी है, खासतौर पर महिलाए | “मेरी रात मेरी सड़क” का हैश टैग भी सोशल मीडिया पर छाया हुआ है |
मिनी इंडिया पर समर्थन
देशभर में चल रहे इस कैम्पेन के साथ मिनी इंडिया से भी इसके समर्थन में आवाज़ उठना शुरू हो गई है | महिलाओं के हितो में काम करने वाली संस्था “स्वयंसिद्धाO” कि अध्यक्ष सोनाल चक्रवर्ती कहती है कि मैं भी इस विरोध में आपके साथ हूँ और पुरुषों को शर्म आनी चाहिए कि वह इतनी घिनोनी सोच रखते है | साथ ही उन्होंने कहा कि, भिलाई से महिलाए सडको पर आएगी या नही पता नही, यह अभी तय नही हुआ है |