अब प्लास्टिक करंसी लाने की तैयारी में है सरकार
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नोटबंदी के बाद मोदी सरकार ने एक और बड़ा फ़ैसला किया है। नए नोटों की छपाई के बाद अब सरकार प्लास्टिक करंसी नोटों को लाने की तैयारी कर रही है। इस बात की जानकारी वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दी है। एक सवाल के जवाब में मेघवाल ने संसद में बताया कि, प्लास्टिक करंसी नोटों की छपाई का फै़सला लिया जा चुका है और इसके लिए जरूरी मटेरियल जुटाने का काम शुरू हो गया है। बता दें कि मेघवाल से पूछा गया था कि, ”क्या आरबीआई की ओर से कागज के नोटों की जगह प्लास्टिक नोट लाने का कोई प्रस्ताव है?”
5 सालों तक सुरक्षित रहता है प्लास्टिक का नोट
-औसतन प्लास्टिक नोट पांच सालों तक सुरक्षित रहते हैं।
-इन नोटों की ख़ास बात यह होती है कि इनकी कॉपी करना बेहद मुश्किल होता है।
-इसके अलावा, ये कागज के नोटों की तुलना में ज्यादा साफ-सुथरे दिखते हैं।
-वैसे रिजर्व बैंक फील्ड ट्रायल के बाद लम्बे समय से प्लास्टिक करंसी नोट लाने पर विचार कर रहा था। फरवरी 2014 में सरकार ने संसद को बताया था कि फील्ड ट्रायल के तौर पर भौगोलिक और जलवायु विभिन्नताओं के आधार पर चयनित पांच शहरों में 10-10 रुपए के एक अरब प्लास्टिक नोट उतारे जाएंगे। इसके लिए कोची, मैसूर, जयपुर, शिमला और भुवनेश्वर का चयन किया गया था।
बेहतर क्वालिटी के लिए सरकार ने उठाए ये कदम
मेघवाल के मुताबिक, प्लास्टिक नोटों की क्वालिटी प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसके लिए कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
-छपाई में किसी भी प्रकार की ग़लती न हो इसके लिए कड़ी निगरानी की जा रही है।
-बता दें कि नोटों की नकल पर लगाम लगाने के मकसद से सबसे पहले ऑस्ट्रेया में प्लास्टिक नोट शुरू किए गए थे।
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