नौकरियों की सौगात देगी मोदी सरकार, 1 करोड़ युवाओं को मिलेगा मौका
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने घोषणा पत्र में एक करोड़ लोगों को नौकरी देने का वादा किया था , लेकिन मई में तीन सालपूरे करने जा रही केंद्र सरकार इस वादे पर नहीं उतर पाई है। अब सरकार को चिंता सता रही है कि अगर इस वादे को पूरा नहीं कर पाई तो आनेवाले चुनावों में पार्टी को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
खबरों के अनुसार , पीएम मोदी ने कैबिनेट को भेजे जाने वाले सभी प्रस्तावों में इस बात का जिक्र करने का निर्देश दिया है कि उन प्रस्तावों को लागू करने पर कितने रोजगार के मौके पैदा होंगे। वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार कैबिनेट में जब भी कोई प्रस्ताव आता है तो पीएम रोजगार के बारे में जरूर पूछते हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई प्रस्ताव आता है तो पीएम कैबिनेट मीटिंग में पूछते हैं कि रोजगार के कितने मौके बनेंगे।
सरकार अपनी मैन्यूफैक्चरिंग पॉलिसी की भी समीक्षा कर रही है , ताकि उसे जॉब क्रिएशन के उद्देश्य के मुताबिक बदला जा सके। वहीं कौशल बढ़ाने के कार्यक्रम को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। इससे यह तय हो जाएगा कि नौकरियों की तलाश में निकलने वाले लोग नई जॉब्स के लिए पहले से तैयार होंगे।
तैयार हुआ एक्शन प्लान-
बता दें कि कुछ दिन पहले नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने न्यू इंडिया के विचार को धरातल पर उतारने के लिए सीएम का सहयोग मांगा था। वहीं रोजगार के नए मौके पैदा करने के लिए नीति आयोग ने एक्शन प्लान बनाया है।मोदी ने भी कहा है कि हमारा देश युवाओं का देश है। हमारी आबादी का 65 प्रतिशत हिस्सा 35 साल से कम के लोगों का है। आयोग ने इस बैठक में प्लान को पेश भी किया था। सीआईआई ने एक आंकड़े में बताया कि 2012 -16 के बीच भारत में रोजगार के 1.46 करोड़ मौके बने थे।
- - Advertisement - -