‘मन की बात’ में बोले मोदी, डिजिटल पेमेंट से ख़त्म होगा भ्रष्टाचार
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार यानी कि आज 29 वीं बार मन की बात कार्यक्रम के ज़रिए देश की जनता को संबोधित किया। इस बार उन्होंने अपने कार्यक्रम के ज़रिए टेक्नोलॉजी और डिजिटल पेमेंट के महत्व पर जोर दिया। लकी ग्राहक योजना और डिजि धन योजना की सफलता के लिए उन्होंने देश को धन्यवाद दिया।
आइए आपको बताते है कि इस बार पीएम मोदी की मन की बात कैसी थी?
इसरो की कामयाबी का किया जिक्र
पीएम मोदी ने इसरो की कामयाबी को भारत का गौरव बताया है। इसके साथ ही उन्होंने वैज्ञानिकों को इसके लिए बधाई भी दी। इसरो की अब तक की कामयाबी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व के सामने देश का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। मंगलयान’ भेजने के बाद पिछले दिनों इसरो ने विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने कहा इसरो ने मेगा मिशन के ज़रिये एक साथ विभिन्न देशों के 104 उपग्रह अन्तरिक्ष में सफलतापूर्वक लांच किए हैं। 104 उपग्रह को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना और यह लगातार 38वाँ पीएसएलवी का सफल लांच है। इस दौरान उन्होंने डिजिटल पेमेंट को बढ़वा देने के लिए लोगों से अपील की कि वो कम से कम 125 लोगों को भीम ऐप डाउनलोड करना और उपयोग करना सिखाएं।
देश के किसानों को कहा शुक्रिया
पीएम मोदी ने इस बार देश के लाखों किसानों को अपना योगदान देने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा किसानों ने ग़रीबों की आवाज़ सुनी और तकरीबन दो सौ नब्बे लाख हेक्टेयर धरती पर भिन्न-भिन्न दालों की खेती की। ये सिर्फ़ दाल का उत्पादन नहीं है, किसानों के द्वारा हुई मेरे देश के ग़रीबों की सबसे बड़ी सेवा है।
पीएम ने आगे कहा, किसानों के परिश्रम से इस साल रिकॉर्ड अन्न उत्पादन हुआ है। इस वर्ष देश में लगभग 2 हज़ार 700 लाख टन से भी ज़्यादा खाद्यान्न का उत्पादन हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को नसीहत दी कि वे परंपरागत फ़सलों के साथ-साथ अलग-अलग दालों की भी खेती भी करें। क्योंकि दाल से ही सबसे ज़्यादा प्रोटीन ग़रीब को प्राप्त होता है।
तो क्या पीएम ने किया आचार संहिता का उल्लंघन?
इस समय यूपी समेत देश के पांच राज्यों में चुनाव का माहौल है। ऐसे में पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। क्योंकि उन्होंने अपने कार्यक्रम के ज़रिए केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। डिजी धन योजना, बेटी बचाओं अभियान जैसे कई योजनाएं पीएम ने अपने कार्यक्रम में गिनवाई। लेकिन ऐसा नहीं है। जानकारों की माने तो उन्होंने आचार संहिता को नहीं तोड़ा है। इस बार के मन की बात कार्यक्रम के लिए चुनाव आयोग से विशेष परमिशन ली थी। इसके साथ ही उन्होंने अपने कार्यक्रम में किसी भी राजनीतिक मुद्दे को नहीं छेड़ा।
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने 29 जनवरी को यह कार्यक्रम किया था। जिसमें उन्होंने परीक्षाओं के मद्देनजर पढ़ाई करने वाले छात्रों की तैयारियों पर ख़ास तौर पर बातचीत की थी। उन्होंने स्टूडेंट्स को स्माइम मोर एंड स्कोर मोर का नारा दिया था। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस पर गैलेंट्री अवॉर्ड पाने वाले लोगों के परिवारवालों को शुभकामनाएं भी दी थीं।
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