करीब 10 साल पुराना रूह को अंदर तक कंपकपा देने वाले नाेएडा के बहुचर्चित निठारी कांड ने पूरे देश काे हिला कर रख दिया था और इसकी गूंज से बड़े-बड़े राजनेताओं के सिंहासन डोलने लगे थे। इस मामले में अब जाकर गाजियाबाद में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की विशेष अदालत ने 2 अभियुक्तों मनिन्दर सिंह पंढेर और सुरेन्द्र कोली को आज फांसी की सजा सुनाई है। दोनों दोषियों को फांसी के साथ 35-35 हजार रु. का जुर्माना भी सुनाया गया। एक बार इस खाैफनाक घटना पर नज़र डालिए, इसे याद करके फिर से रोंगटे खड़े हो जाएंगे या हो सकता है, किसी ने इसे पहली बार सुना हो वो भी उस दशक के इस घोर शैतानी कृत्य से इन महा-पापी इंसानों को शैतान के रूप में पाएगा।
10 साल पुरानी वो भूली दास्तान…
5 अक्टूबर 2006 के एक काले-दिन पति को बताकर आनंदा बाई लोगों के घरों में झाडू-पोछा का काम करने के लिए गई थी। घर से जाते समय आनंदा ने पति को बताया था कि वह काम से वापस लौटते समय सुरेंद्र कोली के घर होकर आएगी, लेकिन उसके बाद नंदा देवी घर वापस नहीं लौटी। वह रहस्यमयी तरीके से गायब हो गई, उसका कहीं पता नहीं चला। फिर उसके पति ने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
29 दिसंबर 2006 सुरेंद्र कोली को सिविल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कई चौंकाने वाला खुलासा हुआ। घर के पास नाले में कई मानव नर कंकाल और खोपडिय़ां बरामद हुई। उन मामलों में से आनंदा के कपड़े भी बरामद हुए, जिसे उसके पति ने पहचाना। इन मामलों के बाद सुरेंद्र कोली के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की। फिर इस मामले की जांच विशेष अदालत CBI ने की। CBI विचारण के बाद कोर्ट में करीब 50 गवाहों को कोली के खिलाफ पेश किया, जबकि कोली की तरफ से मात्र एक गवाह को पेश किया गया था, लेकिन कोली के गुण दोष को देखते हुए कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई है।
पहले टल चुकी है फांसी की सजा
इससे पहले साल 2014 में ही सुरेंद्र कोली को निठारी कांड में दोषी करार दिया गया था और उसे फांसी की सजा दी गई थी। उस वक्त कोली को मेरठ जेल में 12 सितंबर 2014 को फांसी दी जानी थी, लेकिन देश की शीर्ष अदालत ने उसकी फांसी पर रोक लगा दी थी।
एक शख्स कोली को 7 केसेस में फांसी की सजा
सुरेंद्र कोली को अब तक इन 7 मामलों में फांसी की सजा हो चुकी :-
- 13 सितंबर 2009 : एक बच्ची की हत्या का आरोप में
- 12 मई 2010 : एक बच्ची की हत्या का मामला
- 28 सितंबर 2010 : एक आैर बच्ची की हत्या का आरोप
- 22 दिसंबर 2010 : एक बच्ची का मर्डर
- 24 दिसंबर 2012 : एक बच्ची की हत्या का मामला
- 7 अक्टूबर 2016 : एक महिला की हत्या का आरोप मामले
- 16 दिसंबर 2016 : एक युवती की हत्या का आरोप