अमेरिका में हुआ 9/11 के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला, 50 की मौत 53 घायल
वाशिंगटन। भारत में 11 सितंबर 2001 के धमाके की तरह ही एक और दिल दहला देने वाली घटना अमेरिका के ऑरलैंडो में हुई। जब एक आईएसआईएस के आतंकी ने एक समलैंगिक नाइट क्लब में रविवार को घुसकर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी जिसमें तकरीबन 50 लोगों के मारे जाने और करीब 53 लोगों के घायल होने की खबर है। कई समाचार संस्थानों ने फ्लोरिडा राज्य में स्थित इस क्लब में गोलीबारी करने वाले आतंकी की पहचान 29 वर्षीय उमर मतीन के रूप में की है। वह फ्लोरिडा के फोर्ट पाएर्स का रहने वाला था।
ऑरलैंडो के मेयर डायर ने एक संवाददाता सम्मेलन में अंधाधुंध गोलीबारी में 50 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। इससे पहले मरने वाले लोगों की संख्या 20 बताई गई थी। वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि गोली चलाने वाले की पहचान की पुष्टि उसके रिश्तेदारों और कानून लागू करने वाले अधिकारियों ने की है।
मिली रिपोर्ट के अनुसार, गोलीबारी के लगभग तीन घंटे बाद पुलिस पल्स क्लब पहुंची और फिर उन्होंने उस आतंकी हमलावर को मार गिराया। हमलावर ने 30 लोगों को बंधक बना रखा था। क्लब के अंदर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘‘पार्किंग में हर जगह शव ही शव थे। पुलिस लोगों को लाल और पीले रंग में टैग कर रही थी, ताकि यह पता करने में आसानी हो सके कि किसकी पहले मदद करनी है। पैंट नीचे थी, कमीजें बाहर निकली हुई थी। गोली कहां लगी है, इसका पता लगाया जा रहा था। हर जगह खून ही खून था।’’
घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरा फुटेज में दर्जनभर वाहनों को आते और लोगों का रास्ते में उपचार होते देखा जा सकता है। कुछ घायलों को पुलिस की गाड़ियों में ऑरलैंडो क्षेत्रीय अस्पताल में ले जाया गया। एक महिला ने बताया कि उसे क्लब के भीतर मौजूद उसकी बेटी से संदेश और फोन आया। उसने बताया कि उसे बाजू में गोली लगी है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने घटनास्थल से 40-50 गोलियों की आवाजें सुनी। क्लब में 100 से अधिक लोग मस्ती कर रहे थे, और इसी दौरान हमलावर ने स्थानीय समयानुसार रात लगभग दो बजे क्लब में घुसकर अंधाधुन गोलीबारी करना शुरू कर दी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘‘हमने कई बार गोलियां चलने की आवाजें सुनी। जिस कमरे में मैं था, वहां लोग फर्श पर लेट गए। मैं हमलवार को नहीं देख पाया। कुछ देर के लिए गोली की आवाज आनी रुक गई। हम लोगों में से एक दल उठा और बाहर गया। उसके बाद हमें बाहर निकलने का रास्ता मिला.. मैं दौड़ गया।’’
साल 2015 में अमेरिका में गोलीबारी की ऐसी घटनाएं जिनमें चार या उससे अधिक लोग मारे गए या घायल हुए 372 हुई थीं। उनमें कुल 475 लोगों की मौत हुई और 1870 घायल हुए थे। ऑरलैंडो में 22 वर्षीया गायिका क्रिस्टिना ग्रिमी की भी कंसर्ट के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई।
Suspect identified as Omar Mateen, 29. An American citizen born in New York. @FBI first became aware of him in 2013 pic.twitter.com/gt18lhTM4G
— Orlando Police (@OrlandoPolice) June 12, 2016
नाइट क्लब में हुये आतंकी हमले का संदिग्ध हमलावर उमर एस मतीन दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी जी4एस में काम करता था। हमला करने से पहले उसने इमरजेंसी नंबर पर कॉल किया था।
कंपनी के प्रवक्ता डेविड स्टैरफिल्ड ने आज कहा, ’मतीन 10 सितंबर 2007 से ही इस कंपनी में काम करता था और वह ड्यूटी के दौरान हमेशा से अपने पास बंदूक रखा करता था। कंपनी में वह एक सुरक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत था।’ इससे पहले पुलिस ने कहा था कि संदिग्ध हमलवार 29 वर्षीय मतीन जो कि हमले के बाद पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया, वह फ्लोरिडा का निवासी था और उसके माता-पिता अफगानिस्तान से आकर यहां बसे थे।
अमेरिकी खूफिया एजेंसी एफबीआई ने कहा था कि उमर मतीन ने हमले से पहले इमरजेंसी नंबर 919 पर कॉल किया था और आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जतायी थी।