जल्द ही करा लें फुल टैंक, पेट्रोल पंप पर हड़ताल की चेतावनी
देश भर में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें प्रतिदिन तय किए जाने के फैसले के विरोध में पेट्रोल-डीज़ल पंप मालिकों ने 15 जून से पंप बंद रखने की चेतावनी दी है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने फैसला किया हैं कि ऑईल कंपनियां 16 जून से प्रतिदिजल्द ही करा लें फुल टैंक, पेट्रोल पंप पर हड़ताल की चेतावनीन फ्यूल की कीमतों की समीक्षा करेगी। देश के कुछ शहरों जैसे पुडुचेरी, विशाखापट्नम, उदयपुर, जमशेदपुर और चंडीगढ़ में 1 मई से फ्यूल की कीमतों की दैनिक समीक्षा हेतु एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। इसकी सफलता को देखते हुए सरकार द्वारा 16 जून से प्रतिदिन फ्यूल कीमत तय कर हर रोज नई कीमत रखने का निर्णय किया है।
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कीमतें रोजाना तय की जाए – तीनों ऑइल कंपनियाँ
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL), इंडियन ऑयल कॉर्प (IOC) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (HPCL) की यह मांग थी कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना तय की जाए। इन तीनों ऑईल कंपनियों की देश के कुल पेट्रोल पंपों में 95% की हिस्सेदारी है। देश में कुल लगभग 58,000 पेट्रोल पंप हैं। मौजूदा समय में देश की उक्त तीनों ऑईल कंपनियां हर 15 दिन में तेल कीमतों की समीक्षा करती हैं। इसके आधार पर पेट्रोल-डीजल की रिटेल कीमतें तय की जाती है। तेल कंपनियों की ओर से उक्त 5 राज्यों में यह पायलट प्रोजेक्ट इसलिए शुरू किया गया था ताकि वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के हिसाब से कीमतें तय की जा सकें। इन तीन कंपनियों की फ्यूल रिटेल मार्केट में कुल मिलाकर 90% से ज्यादा की हिस्सेदारी है।
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यहाँ प्रतिदिन बदलते हैं फ्यूल के दाम (डायनामिक फ्यूल प्राइसिंग)
दुनिया के कई विकसित देशों में तेल कंपनियां प्रतिदिन कीमतों की समीक्षा करती हैं। इसे डायनामिक फ्यूल प्राइसिंग कहा जाता है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों की रोजाना समीक्षा कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं। इस फैसले से तेल कंपनियां रिटेल प्राइस को कच्चे तेल की कीमतों के आसपास रख सकेंगी। साथ ही इससे घाटा कम करने में भी मदद मिलेगी।
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