रेल मंत्री सुरेश प्रभु हाल ही में गंगोत्री हो कर आए, वे के लिए यहाँ पहुंचे थे, लेकिन जिस अंदाज में सुरेश प्रभु के लिए पहुंचे थे लोगों ने उसकी खूब सराहना की। रेल मंत्री सुरेश प्रभु किसी आम श्रद्धालु की तरह ही दर्शन के लिए लाइन में लगे थे, जिसकी लोगों ने बहुत सराहना की। मगर उनकी यह यात्रा इतनी भी सादगी भरी नहीं रही, जितनी दिखी। प्रभु इसी महीने गंगोत्री यात्रा पर गए थे।
बिल लगभग 16 लाख रु. का बना
रिपोर्ट्स के मुताबिक रेल मंत्री अपनी इस यात्रा पर हेलीकॉप्टर के जरिए गए थे और उनकी इस यात्रा का बिल लगभग 16 लाख रु. का बना। सुरेश को इस यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए नहीं पहुंचना था, वास्तव में उन्हें कमर्शियल फ्लाइट से पहले देहरादून के लिए रवाना होना था और फिर वहां हेलीकॉप्टर के जरिए अपनी मंजिल पर पहुंचना था। मगर प्रभु को 2 फ्लाइट्स का यह लेंदी रूट शायद रास आया नहीं। ऐसे में हेलीकॉप्टर देहरादून से सीधे दिल्ली पहुंचा सुरेश को लेने। यह हेलीकॉप्टर सुरेश को लेकर दिल्ली से सीधे देहरादून पहुंचा। ऐसे में प्रभु की इस यात्रा का बिल 16 लाख रुपये का बन गया।
दही 972 रु. प्रति 100 ग्राम और तेल 1253 रु. प्रति लीटर!
व्याप्त खबरों के मुताबिक सुरेश प्रभु अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनकी इस यात्रा से आलोचनाओं का दौर भी शुरू हो सकता है। दूसरा, हाल ही में उनके मंत्रालय को लेकर एक चौंकाने वाली खबर भी सामने आई थी। एक एक्टिविस्ट को सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मिली जानकारी के अनुसार उसने दावा किया था कि भारतीय रेल के सेंट्रल रेलवे कैटरिंग डिपार्टमेंट में दही 972 रु. प्रति 100 ग्राम और तेल 1253 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदा गया। RTI कार्यकर्ता अजय बोस द्वारा इसके के तहत दो अपील दायर की, तब कहीं जाकर हासिल की गई सूचना के अनुसार सेंट्रल रेलवे कैटरिंग डिपार्टमेंट ने इन चीजों को उन पर लिखे अधिकतम विक्रय मूल्य (MRP) से कई गुना ज्यादा दर पर खरीदा। यह खबर इसी माह में सामने आई थी। वहीं रेलवे के अधिकारियों ने ‘द हिंदू’ अखबार से कहा था कि ये टाइपिंग एरर हो सकता है।