देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन तेजस को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हरी झंडी दिखा दी। 20 किमी धंटे ंकी रफ्तार से दौडऩे वाली तेजस को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से रवाना किया गया था। तेजस अपने नए फीचर्स और तेज रफ्तार की वजह से लोगों की पसंद बनी, लेकिन इससे जुड़ा एक शर्मनाक मामला सामने आया है। रेल अधिकारियों ने बताया यात्रा के पहले ही दिन लोगों ने अजीबो-गरीब हरकत की। वे प्रशासन की ओर से दी गई हेडफोन्स चुरा ले गए। इतना ही नहीं सीट के पीछे लगी स्क्रीन पर स्क्रैच तक मारकर चले गए।
एक दर्जन हेडफोन्स हुए गायब-
मुंबई मिरर ने अपनी रिपोर्ट में रेलवे के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से कहा है कि सामेवार के सफर के बाद कम से कम एक दर्जन हेडफोन्स गायब हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा की शुरूआत में ही हेडफोन्स बांटे गए थे। शुरूआत में उनसे हेडफोन लौटाने के लिए कहा गया था लेकिन ये उम्मीद नहीं थी कि इतनी महंगी ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्री इतनी शर्मनाक हरकत कर सकते हैं।
दरअसल, लोगों को सीट के पीछे लगी स्क्रीन पर म्यूजिक सुनने के लिए हेडफोन्स दिए गए थे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को हेडफोन्स देने से पहले बतिा दिया गया था कि वे इसे वापस कर दें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मुंबई मिरर से मिली खबर के अनुसार जब ये पूछा गया कि हेडफोन्स की कॉस्ट क्या है, तो बताया गया कि वो ज्यादा महंगी नहीं हैं। अधिकारियों ने बताया कि तेजस की सबसे सस्ती टिकट 1185 रूपए की है और सबसे महंगी 2,740 की है।