तो 2014 के इंग्लैंड दौरे में इसीलिए फ्लॉप साबित हुए थे विराट
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भारतीय क्रिकेट ने हमेशा विश्व को एक से बढ़कर एक खिलाड़ी दिया हैं। महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट के तीनों प्रारुपों से कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय टीम को नए कप्तान के रुप में रन मशीन मिला हैं। यह रन मशीन हर माहौल में अपने टीम के लिए रन बनाता हैं। हम बात कर रहें है भारतीय टीम के नवनियुक्त कप्तान विराट कोहली कि जिन्होंने इतने कम समय में क्रिकेट में नाम कमाया है उससे बड़े बड़े बल्लेबाज भी हैरान हैं। हाल ही में इग्लैड़ के खिलाफ पुणे मैच में विराट कोहली ने शानदार कप्तानी पारीं खेलकर फिर साबित कर दिया हैं कि क्यों उन्हें रन मशीन कहा जाता हैं।
इस रन मशीन की जहां हर जगह तारीफ हो रहीं हैं। वहीं विराट ने एक ऐसा भी समय देखा है जब उनकी चारों तरफ आलोचना हो रहीं थी । जी हां हम बात कर रहे है साल 2014 की जब टीम इंडिया इंग्लैण्ड के दौरे पर गई थी। उस वक्त विराट की बैटिंग देखने के बाद लग रहा था जैसे वो विदेशी पिच पर संघर्ष करते नजर आ रहे थे। विराट कोहली ने 5 टेस्ट मैच में महज 134 रन ही बना पाए थे और हालत इतनी खराब थी कि 50 रन बना पाना एक सपने की तरह हो गया था।
विराट ने अपने उस समय के खराब प्रदर्शन के बारे में बताते हुए कहा कि उस दौरे पर कुछ तकनीकी खामियो के कारण विराट अच्छा प्रदर्शन नही कर पाएं थे। उन्होंने बताया कि उनके अंदर ललक थी कि वह इंग्लैड के जमीं पर बेहतरीन प्रदर्शन कर ज्यादा रन बनाएं और इसी कारण उनका प्रदर्शन खराब रहा। लेकिन विराट ने अपनी तकनीकी कमियों को सुधारा और आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ शानदार प्रदर्शन खेलते हुए 4 शतक जमाया और विराट ने अपने इस प्रदर्शन से आलोचकों को चुप करा दिया।
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