Friday, September 1st, 2017
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स करना चाहते हैं तो बेस्ट हैं ये इंस्टिट्यूट




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आजकल कई बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द सुनने या पढ़ने में आ जाता है फिर चाहे हम पढ़ाई कर रहे हो, न्यूज़ पेपर पढ़ रहे हो या फिर इंटरनेट चला रहे हो। आज यह सबसे ज्यादा प्रचलित शब्द है क्योंकि हर जगह इसके उपयोग दायरा हमारे रोजमर्रा की जिंदगी से लेकर  बड़े-बड़े उद्योगों तक बढ़ रहा है, लेकिन पूरी जानकारी नहीं होने से अक्सर हमारे दिमाग में वह चीज दोहराती रहती हैं तो हम आपको बताते है क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसः

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

इसे हम हिंदी में कहे तो कृत्रिम मशीन। आर्टिफिशियल का मतलब ‘‘कृत्रिम’’ यानि की आदमी के द्वारा बनाया हुआ, और इंटेलिजेंस का मतलब ‘‘बुद्धिमत्ता’’ यानि सोचने की शक्ति, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मतलब जिसमें खुद सोचने की तत्परता हो। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एक मार्ग है,जिसके जरिए हम सोचने वाले कमप्यूटर, कमप्यूटर कंट्रोल रोबोट, जो हमारी तरह सोच सकते हो इन्हें हम बना सकते है। एआई कमप्यूटर साइंस की एक भाषा है जो कमप्यूटर सिस्टम के क्रिएशन तथा पढ़ाई से संबंधित है।

इंटेलिजेंस पावर होती है वो हम मनुष्य के अंदर अपने आप बढ़ती है। कुछ देख कर, कुछ समझ कर, कुछ टच करके तो कुछ सुन कर हम यह समझ जाते है कि किस चीज़ के साथ कैसा व्यवहार करना है, ठीक उसी तरह से रोबोट के अंदर भी एक तरह का इंटेलिजेंस विकसित किया जाता है, जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हैं।

इसका मुख्य उद्देश्य है की एक्सपर्ट सिस्टम बनाना और साथ में मनुष्य के जितनी सोचने की शक्ति को भी डालना।

3 प्रकार की होती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

विक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस : इस प्रकार की एआई वो होती है, जो केवल एक स्पेसिफिक डिवाइस में ही अच्छे से काम कर सकती है.
जैसेः अगर आपका कम्प्यूटर चेस गेम खेलता है तो वह चेस गेम खेलने में एक्सपर्ट है, पर उसके अलावा कम्प्यूटर में और कहीं नहीं कुछ कर सकता। तो ऐसे इंटेलिजेंस जो केवल एक ही डिवाइस में काम कर सकते है उसे आर्टिफिशियल नेरो इंटेलिजेंस कहते है।

स्ट्रांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसः इंसान के दिमाग की बात करे तो ये बहुत कठिन हैं, क्योंकि इंसान के पास बहुत ज्यादा कॉमन सेंस है जो एक मशीन में नहीं होता है। मशीन को जब एक इंसान के दिमाग जैसा बनाते है उसे आर्टिफिशियल वाइड इंटेलिजेंस कहते है। ऐसा सिस्टम जहां पर इंसान का दिमाग और मशीन दोनों लगभग बराबर होते है, यानि जो काम इंसान कर सकते है वहीं काम रोबोट या मशीन भी कर सकती है।

सिंगुलरिटी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: वैज्ञानिक अभी तक इस लेवल पर नहीं पहुंचे हैं। यह ऐसा समय है जब रोबोट का इंटेलिजेंसी लेवल इंसान के बरोबर का होगा।

शैक्षणिक योग्यता
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में जाने के लिए गणित सबसे महत्वपूर्ण हैं। पीसीएम क्षेत्र वाले छात्र इस क्षेत्र में जा सकते हैं। बायोलॉजी क्षेत्र वाले छात्र भी इस में जा सकते है पर उसके लिए उन्हें साइकोलॉजी का ज्ञान होना जरूरी है।
इसी के साथ प्रोग्रामिंग लेंगवेज जावा और सी प्लस प्लस का ज्ञान होना भी जरूरी है।

जॉब रोल्स

गेम प्रोग्रामर
रोबोटिक्स सांइटिस्ट
कंप्यूटर सांइटिस्ट
सॉफ्टवेयर इंजीनियर

भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स के प्रमुख विश्वविद्यालयः

आईआईएससी, बैंगलोर
आईआईटी, बॉम्बे
आईआईटी, खरगपुर
आईआईआईटी, हैदराबाद
आईआईटी,मद्रास

विदेशों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स के प्रमुख विश्वविद्यालयः

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया
कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
न्यू जर्सी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी

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