ये है दुनिया का सबसे ईमानदार शहर, यहां कुछ खोया है तो जरूर वापस मिलेगा
परीक्षित गंगराड़े. दुनिया का कोई भी इंसान अगर जापान से घूमकर लौटे तो वह जापानियों की ईमानदारी की स्टोरीज़ अपने परिचितों से शेयर कर-कर के भी नहीं थकता. जी हाँ, कुछ ऐसा ही आलम रहता है जापान की ईमानदार व्यवहारिकता का. जापान की राजधानी टोक्यो को दुनिया का सबसे ईमानदार शहर माना जाता है। टोक्यो में अगर आपकी कोई ऐसी चीज़ गुम हो जाये जिस के साथ आपका नाम, पता या नंबर अंकित है तो इस बात की श्योरिटी है कि वह आप तक जरूर वापस लौटेगी अन्यथा अगर आप उसे यहाँ के खोया पाया विभाग में ढूंढेंगे तो वह इत्मीनान से आपका इंतज़ार करती मिलेगी, बस आपको उससे सम्बंधित दस्तावेज दिखाने भर की देर है वो आपको वापस मिल जाएगी.
यहाँ की प्रशासकीय व्यवस्था में खोया-पाया विभाग की एप्रेसिएबल कार्यशैली और कीर्तिमानों ने नो डॉउट जापान को यश दिलाया है. जब भी लोगों को कोई सामान कहीं पड़ा मिलता है, तो लोग उसे खोया-पाया विभाग के पास पहुंचा देते हैं। चाबियां, चश्में और दैनिक उपयोग की कई चीजों के अलावा अरबों रुपये प्रति वर्ष खोया-पाया विभाग के पास पहुंचते हैं। 2016 में यहाँ के खोया-पाया विभाग को इसी तरह 2 अरब रुपये से ज्यादा की नकदी मिली। खोया-पाया विभाग के मुताबिक, इनमें से तीन चौथाई से ज्यादा रकम उनके वास्तविक दावेदारों के पास पहुंचा दी गई।
नकदी जमा का 5 से 20% तक देते हैं इनाम…
जापान में ईमानदारी पर इनाम भी मिलता है। जापान के खोया सामान कानून के मुताबिक, अगर किसी के खोये पैसे को कोई खोया-पाया विभाग में जमा करे, तो उस रकम में से 5 से 20% प्रतिशत तक की राशि इनाम के रूप में दी जा सकती है.
उच्च नैतिक मूल्यों ने बनाया ईमानदार देश
जापानी स्कूलों में छात्रों को नैतिकता और अच्छे बर्ताव की सीख दी जाती है। यहां छात्रों को यह कल्पना करना सिखाया जाता है कि जब वह किसी का खोया सामान या पैसा उसे लौटाएंगे, तो उन लोगों को कैसी असीम ख़ुशी मिलेगी? दूसरों की ख़ुशी में खुश होना ही सच्ची ख़ुशी है. इन्ही ऊँचें नैतिक मूल्यों की वजह से जापान के लोग महंगे से महंगे मोबाइल फ़ोन आदि यहाँ तक कि अपना वॉलेट भी रेस्टोरेंट की मेज पर छोड़ कर वॉशरूम में बेफिक्र हो कर चले जाते है.
- - Advertisement - -