अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ी धमकी देते हुए कहा है कि पाकिस्तान में जहां भी आतंकवादी छिपे होंगे, अमेरिका सेना वहां घुसकर उनका सफाया कर देगी। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम अमेरिकी नागरिकों और अमेरिकी हितों की रक्षा करने जा रहे हैं। जहां भी आतंकी जिंदा हैं, हम उन पर हमला करने जा रहे हैं। हमने स्पष्ट कर दिया है कि अगर आप आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह दे रहे हैं, तो सावधान रहें।
टिलरसन ने आगे यह भी कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान द्वारा आतंक के खिलाफ लड़ाई में समर्थन मांगे जाने पर ‘सशर्त’ सहयोग देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान को सशर्त सहयोग देगें और उम्मीद करेंगे कि इसके परिणाम भी सामने आएं।
ट्रम्प ने भारत को एक अहम शक्ति माना
इससे पहले सोमवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प ने अमेरिका की नई अफगान नीति का एलान किया था। हर लिहाज से यह नीति भारत के हितों व उम्मीदों के मुताबिक है। ट्रम्प ने भारत को एक अहम शक्ति मानते हुए, उसके साथ रणनीतिक सहयोग को और प्रगाढ़ करने का आह्वान किया, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान को क़़डी फटकार लगाई है कि वह आतंकियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लगा पा रहा है। ट्रम्प ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो उसे बहुत कुछ खोना पड़ सकता है। ट्रम्प ने यह भी साफ कर दिया है कि भारत अमेरिका की अफगान नीति का एक अहम हिस्सा है।
भारत अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण का काम और तेज करेगा
भारत ने ट्रम्प की अफगान नीति का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार अफगानिस्तान की चुनौतियों को दूर करने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प ने जो प्रतिबद्धता दिखाई है हम उसका स्वागत करते हैं। अफगानिस्तान में शांति बहाली और वहां के स्थाई नागरिकों की सुरक्षा, स्थायित्व व उनके हितों की रक्षा का काम भारत करता रहेगा। भारत ने यह भी संकेत दिया है कि वह अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण का काम और तेज करेगा। ट्रम्प ने अपनी नीति की घोषणा करते हुए भारत से कहा है कि वह अफगानिस्तान में आर्थिक मदद और ब़़ढाए।
अफगानिस्तान में भारत को तरजीह मिलने से पाकिस्तान नाराज़
राष्ट्रपति ट्रम्प की नई अफगान नीति से पाकिस्तान सकते में है। पाकिस्तान के राजनेताओं के साथ ही वहां की जनता भी सोशल मीडिया के माध्यम से ट्रम्प की तरफ से कही गई बातों से बेहद नाराज है। पाकिस्तान में इस बात का ज्यादा दुख नहीं है कि अमेरिका ने उनके हुक्मरानों को आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है बल्कि इस बात की नाराजगी है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में भारत को और बढ-चढ कर हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है।
मुशर्रफ जैदी ने ट्वीट कर अपने देश की हताशा जताई
पाकिस्तान की मीडिया की तरफ से भी यह सुझाव दिया जा रहा है कि अब उन्हें चीन, रूस के साथ मिल कर अमेरिका विरोधी नया गुट बनाना चाहिए। विदेशी मामलों के विशेषज्ञ मुशर्रफ जैदी ने ट्वीट कर अपने देश की हताशा जताते हुए कहा कि इससे साफ है कि अमेरिकी प्रशासन के पास कोई नई सोच नहीं है। भारत को अफगानिस्तान में अपने गलत इरादे को छिपाने का बहाना मिल गया है। अमेरिका ने भारत को बडी भूमिका निभाने का आमंत्रण दे कर दिखा दिया है कि वह क्या चाहता है?