मुजफ्फरनगर में एक बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। इस हादसे में 23 लोगों के मारे जाने की खबर है और 100 लोग घायल हुए हैं। यूपी के मुजफ्फरनगर में पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग -उत्कल एक्सप्रेस की 14 बोगियां पटरी से उतर गईं। इस भीषण हादसे में जहां 23 लोग मारे गए हैं, वहीं 70 लोग जिन्दगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। यूपी के मुजफ्फरनगर में खतौली के पास ये ट्रेन हादसा हुआ है। ये हादसा शनिवार को करीब 5:45 मिनट पर उस वक्त हुआ जब ट्रेन खतौली से गुजर रही थी।
हादसा इतना भयानक था कि ट्रेन की बोगियां एकदूसरे के उऊपर चढ़ गईं। बता दें कि मोदी सरकार के कार्यकाल में ये अब तक का 8वां सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है। खास बात ये है कि ज्यादातर सबसे बड़े हादसे देश् के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में ही हुए हैं।
इससे पहले 2014 में एनडीए सरकार बनने के बाद से ही रेलवे का कायाकल्प करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उन्हीं के शासन में एक के बाद एक 8 बड़े रेल हादसे अब तक हो चुके हैं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु समेत कई नेताओं ने हादसे पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट पर हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक खतौली के पास जहां ट्रेन हादसा हुआ है, वहां ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा था और ट्रेन अपनी पूरी स्पीड़ में थे। ड्राइवर ने यहां इमरजेंसी ब्रेक लगाया था। आरजेडी अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने तो सुरेश प्रभु से इस हादसे के बाद इस्तीफा देने की मांग कर दी है।
सरकार देगी 5.5-5.5 लाख की सहायता-
हादसे के बाद रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने ऐलान किया है कि हादसे में मारे गए लोगों के आश्रितों को 3.5 लाख की सहायता सरकार की तरफ से दी जाएगी। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मृतको के परिजनो को दो लाख का मुआवजा दिया जाएगा। दोनों सरकारों की तरफ से घायलों को 5 हजार का मुआवजा दिया जाएगा।
एक नजर उन बड़े रेल हादसों पर जो मोदी सरकार के कार्यकाल में हुए हैं
पुखरायां रेल हादसा – साल 2016 में 20 नवंबर को कानपुर के पास पुखरायां में बड़ा रेल हादसा हुआ था जिसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। सरकार ने इस हादसे में आतंकी साजिश होने की भी आशंका जताई थी।
बछरावां रेल दुर्घटना – साल 2015 में 20 मार्च को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस यूपी के बछरावां रेलवे स्टेशन से थोड़ी ही दूरी पर पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 34 लोगों मारे गए थे।
कामायनी एक्सप्रेस और पटना मुंबई जनता एक्सप्रेस हादसा – साल 2015 में 10 मिनट के भीतर दो बड़े रेल हादसे हुए थे। मुंबई-वाराणसी एक्सप्रेस इटारसी में डीरेल हो गई थी जबकि पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस भी पटरी धंसने से हादसे का शिकार हो गई थी। इस दुर्घटना में 31 लोगों की मौत हो गई थी।
मुरी एक्सप्रेस हादसा – साल 2015 में में यूपी के कौशांबी जिले के सिराथू रेलवे स्टेशन से थोड़ी ही दूरी पर मुरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में 25 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
गोरखधाम एक्सप्रेस दुर्घटना – साल 2014 में 26 मई को यूपी के संत कबीर नगर के चुरेन रेलवे स्टेशन के पास गोरखधाम एक्सप्रेस की मालगाड़ी से सीधी टक्कर हो गई थी। इस हादसे में 22 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
रायगढ़ रेल हादसा – साल 2014 में महाराष्ट्र के रायगढ़ में ट्रेन का इंजन और 6 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 120 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए थे।
भदोही ट्रेल एक्सीडेंट – बीते साल 25 जुलाई को यूपी के भदोही में मडुआडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन से एक स्कूली वैन टकरा गई थी जिसमें 7 बच्चों की जान चली गई थी।