पहली बार देश के चार बड़े हाईकोर्ट की चीफ जज महिलाएं-
मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस के तौर पर इंदिरा बैनर्जी की नियुक्ति के साथ ही महिलाओं के नाम एक नया इतिहास दर्ज हो गया है। ऐसा देश में पहली बार सबसे पुराने और बड़े बॉम्बे, मद्रास, कलकत्ता और दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जज के पद पर महिलाएं असीन हैं।
बॉम्बे हाईकोर्ट की जज मुजंला चेल्लुर , मद्रास हाईकोर्ट में इंदिरा बैनर्जी कलकत्ता हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस इशिता निर्मल और दिल्ली हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस जी.रोहिणी है। इन चारों हाईकोर्ट की स्थापना कोलोनियल सत्ता के दौरान हुई थी। आपको बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट में देश के सभी उच्च न्यायलयों से ज्यादा महिलाएं हैं। मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लुर के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट में नंबर दो की पोजिशन पर भी एक महिला जस्टिस वी.एम ताहिलरामनी है। यहां 61 पुरूष जज हैं, तो वहीं 11 जज महिलाएं।
बॉम्बे की तरह दिल्ली में भी महिला जजों की संख्या अच्छी है। दिल्ली हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस जी.रोहिणी के बाद नम्बर दो की पोजीशन पर महिला जज जस्टिस गीता मित्तल हैं। दिल्ली हाईकोर्ट में महिला जजों की संख्या 9 है, जबकि पुरूष जजों की संख्या 35 है। वहीं मद्रास हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश इंदिरा बैनर्जी को मिलाकर कुल 6 महिला जज हैं, जबकि 53 पुरूष जज हैं। इंदिरा बैनर्जी को 31 मार्च को चीफ जस्टिस बनाया गया।
हालांकि कलकत्ता कोर्ट में महिला जज की संख्या काफी कम है। कार्यकारी चीफ जस्टिस निशिता निर्मल के अलावा यहां सिर्फ 4 महिला जज हैं, जबकि पुरूष जजों की संख्या 35 है। गौरतलब है कि देशभर के 24 हाईकोर्ट के 632 जजों में सिर्फ 68 महिलाएं हैं। 28 जजों वाले सुप्रीम कोर्ट में भी सिर्फ एक महिला जज जस्टिस आर.भानुमति हैं।
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