विदेशी बैंक में मिला 13000 करोड़ का कालाधन, आईटी और ईडी ने शुरू की कार्रवाही
भारत सरकार को विदेशी बैंकों में रखे काले धन का पता लगाने के मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। इसी सिलसिले में इंकम टैकस ऑथिरिटी ने अब तक 13000 करोड़ रूपए से ज्यादा के काले धन का पता लगा लिया है, वो भी महज दो चरणों में मिली सूचनाओं के आधार पर।
जिनेवा के एचएसबीसी बैंक में कम से कम चार सौ भारतीयों के डिपॉजिट्स के मामलों में ऑथिरिटी ने 8,186 करोड़ रूपए की अघोषित आय का खुलासा किया है जो विदेशी खातोंं के बारे में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा है। एक असेस्मेंट रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च 2016 तक ऐसे खाताधारकों से 5,377 करोड़ रूपए टैकस की मांग की जा चुकी है। गौरतलब है कि एचएसबीसी जिनेवा बैंक में भारतीयों के खाते की जानकारी साल 2011 में फ्रांस की सरकार ने दी थी।
आईसीआईजे (इंटरनेशनल कंसॉर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट) की वेबसाइट से पकड़ में आए काले धन को लेकर डिपार्टमेंट ने क्रिमिनल कोट्स में अब तक 55 प्रॉसिकयूशन कंप्लेंट दायर कर चुका है। इन सब मामलों में जान-बूझकर टैकस न भरने का आरोप लगाया गया है। वेरिफिकेशन प्रोसेस के दौरान ऐसे लोगों द्वारा झूठा बयान दिए जाने को मुकदमे को आधार बनाया गया है।
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