फोर्ब्स के 600 ‘सुपर अचीवर्स’ में 30 भारतवंशियों ने बनाई जगह
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भारत के युवा अब देश की ही नहीं विदेश की भी तस्वीर बदल रहे है। फोर्ब्स मैग्जीन ने हाल ही में ‘सुपर अचीवर्स’ की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 20 अलग-अलग इंडस्ट्रीज में बदलाव लाने वाले 600 यूथ को शामिल किया गया है। 600 लोगों की इस लिस्ट में 30 भारतवंशियों ने जगह बनाई है। आइए आपको बताते है कौन है वो जिन्होंने इंडिया से इस लिस्ट में जगह बनाई हैं।
आदित्य अग्रवाल : किसानों के मददगार
किसी भी देश की इकोनॉमी अकेले इंडस्ट्री के दम पर नहीं चल सकती। इसे चलाने में किसानों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है जिनके लिए 23 साल के आदित्य अग्रवाल ने ‘किसान नेटवर्क’ बनाया है। वे इसके को फाउंडर है। यह छोटे किसानों के लिए एक ऑनलाइन मार्केट प्लेस है।
विवेक कोप्पार्थी : पीलिया के लिए मशीन
पीलिया जैसी गंभीर बीमारी के लिए 27 साल के विवेक कोप्पार्थी ने एक ऐसी मशीन बनाई है जिसका उपयोग मरीज घर पर ही कर सकते है। जानकारी के मुताबिक इनकी कंपनी का नाम ‘नियोलाइट’ है और इन्होंने फोटोथेरेपी के लिए मशीन बनाई है। इनकी कंपनी बच्चों में होने वाली बीमारी के लिए भी डिवाइस बना रही है।
वरूण शिवराम : हिलेरी को दे चुके है सलाह
कुछ दिनों पहले ही अमेरिका इलेक्शन हुए जिसमें ट्रंप की प्रतिद्वंदी हिलेरी क्लिंटन को वरूण शिवराम एनर्जी पॉलिसी पर सलाह दे चुके है। 27 साल के वरूण को लॉ एंड पॉलिसी कैटेगरी में जगह मिली है। वरुण ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है। ये एनर्जी, सिक्युरिटी और क्लाइमेट चेंज के एक्टिंग डायरेक्टर हैं। ये विदेशी संबंधों पर बनी एक लीडिंग थिंक टैंक काउंसिल है।
प्रार्थना देसाई : ड्रोन से पहुंचाई दवाईयां
27 साल की प्रार्थना देसाई लोगों की मदद करने में विश्वास करती है। इसके लिए उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई भी छोड़ दी। वे विकासशील देशो के लोगों तक ड्रोन से दवाईयां पहुंचाने में मदद करती है। उनकी हेल्थकेयर कंपनी जिपलाइन रवांडा में ड्रोन से दवाएं पहुंचाती हैं।
रोहन सूरी : ब्रेन हैमरेज टेस्टिंग डिवाइस
रोहन सूरी (17) एवेरिया हेल्थ सॉल्यूशन्स के फाउंडर हैं। उनके भाई की बीमारी शुरू में पकड़ में नहीं आ सकी तो रोहन ने ब्रेन हैमरेज की जांच के लिए डिवाइस डेवलप कर डाली। चोट का पता लगाने के लिए इसमें हेडसेट और मोबाइल का इस्तेमाल किया जाता है। आम तौर पर ब्रेन हैमरेज की जांच आई ट्रैकिंग टेस्ट से की जाती है, लेकिन यह टेस्ट काफी महंगा होता है। रोहन बीते छह महीनों में 60 मरीजों का डिवाइस से टेस्ट कर चुके हैं।
ये भी है शामिल
– अनर्घ्या वरधाना (28) और अक्षय गोयल (28) को वेंचर कैपिटल सेक्टर से चुना गया है। अनर्घ्या कई स्टार्टअप में पूंजी लगा चुकी हैं।
– अक्षय स्टारवुड कैपिटल के सबसे युवा वाइस प्रेसिडेंट हैं। उन्होंने करीब 47,600 करोड़ रु.) के सौदों में मदद की है।
– मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री से 28 साल की नेहा गुप्ता को जगह मिली है। उन्होंने बीट्स कंपनी एप्पल को बेचने में अहम रोल निभाया है।
– खेल कैटेगरी से के. अक्षय खन्ना (29) को शामिल किया गया है। वह अमेरिकी फुटबाल टीम फिलाडेल्फिया सेवन सिक्सर्स के वाइस प्रेसिडेंट (स्ट्रैटजी) हैं।
– शॉन पटेल (28) हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में ऑर्थोपेडिक सर्जरी के लिए चीफ रेजिडेंट सर्जन हैं। उनकी कंपनी ऑर्थोनिंजा मोबाइल ऐप से डॉक्टरों के बीच बातचीत को मुमकिन बनाती है।
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