अपना बसा बसाया घर छोड़कर दूसरे देश में जाकर कौन रहना चाहता है, लेकिन कठिन परिस्थितियों ने लोगों को आज अपना ही घर छोडऩे के लिए मजबूर कर दिया है। इसी का परिणाम है कि आज विश्व में छह करोड़ से ज्यादा लोग शरणार्थी का जीवन जी रहे हैं।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया में अब भी ऐसे छह करोड़ लोग हैं, जो शरणार्थी का जीवन यापन कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी मामलों की संस्था के हाई कमीश्रर फेलिपो ग्रांडी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया है कि पिछले साल शरणार्थियों की अनुमानित संख्या साल 2015 के मुकाबले तीन लाख ज्यादा है। उन्होंने कहा पूरी दुनिया में ऐसे 6.5 लाख लोग हैं, जो शरणार्थी हैं।
शांति नहीं, संघर्ष ज्यादा है…
संस्था ने कहा है कि इस स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि यहां शांति कम और संघर्ष ज्यादा है। यही बात है जिस कारण लोग अपना घर छोडऩे के लिए मजबूर हो रहे हैं। पिछले वर्ष दक्षिणी सूडान में हिंसा भड़कने के बाद तीन लाख 40 हजार लोग पड़ोसी देश युगांडा में चले गए थे। सूडान में करीब 25 लाख लोग शरणार्थी हैं। इसके अलावा सीरिया में ग्रह युद्ध के दौरान भागने वालों की संख्या दो लाख थी।