आम नागरिक का पीएमओ से सवाल ”मेरे 15 लाख रुपए कब आएंगे ?”
नरेंद मोदी को देश का प्रधानमंत्री बने दो साल से भी ज़्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन अब तक ये 15 लाख वाला हिसाब पूरा नहीं हुआ है। अब आप सोच रहे होंगे कि हम कौन से 15 लाख रुपए की बात कर रहे है। इसके लिए हमें कुछ पुरानी बातों और वादों की ओर रूख करना होगा। बता दें कि 2014 में आम चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने ख़ुद कहा था कि यदि विदेशो से उनकी सरकार कालाधन वापस लाने में सफल होती है तो देश के प्रत्येक नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए की राशि जमा की जाएगी। इतना वक्त गुजरने के बाद भी अब तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। अब इसी सवाल का जवाब जानने के लिए राजस्थान के झालावाड़ा ज़िले के कन्हैया लाल नामक एक व्यक्ति ने आरटीआई लगाई है और पीएमओ से जवाब मांगा है। इस आरटीआई पर केंद्रीय सूचना आयोग ने प्रधानमंत्री कार्यालय यानी कि पीएमओ को जवाब देने के लिए कहा है। बता दें कि इस आरटीआई के अनुसार आवेदक को 15 दिन के भीतर जवाब दिया जाना चाहिए।
मुख्य सूचना आयुक्त राधा कृष्ण माथुर के अनुसार पीएमओ को भेजे ज्ञापन में जिक्र किए गए विभिन्न ब्यौरों में लाल ने शीर्ष कार्यालय से कहा था कि चुनाव के समय घोषणा की गई थी कि काला धन वापस लाया जाएगा और हर गरीब के खाते में 15 लाख रुपए जमा किए जाएंगे। शिकायतकर्ता जानना चाहता है कि उसका क्या हुआ।
आवेदन में लाल ने ये भी पूछा
-सरकार की तरफ से घोषित योजनाओं का लाभ सिर्फ़ धनी और पूंजीपतियों तक ही सीमित है और यह गरीबों के लिए नहीं है।
-चुनाव के दौरान घोषणा की गई थी कि देश से भ्रष्टाचार को हटाया जाएगा लेकिन ये अब तक 90 प्रतिशत तक बढ़ चुका है। देश में भ्रष्टाचार को हटाने के लिए नया कानून कब बनाया जाएगा?
-कांग्रेस के कार्यकाल में वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा में टिकटों पर दी गई 40 प्रतिशत रियायत का क्या इस सरकार की तरफ से वापस ली जा रही है।
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