जिस फोटो को आपने सबसे पहले देखा वो किसी कैनवास पर बनी पेंटिंग की नहीं है बल्कि रीयल नाखूनों पर बनी पेंटिंग की है। ये पेटिंग इंडिया में ही एक महाशय अपने रीयल नाखूनों पर बनाते हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि वो इसके लिए किसी प्लास्टिक के नाखूनों का यूज नहीं करते।
इन पेंटिंग्स को बनाने के लिए वो अपने खुद के नाखूनों को बढ़ाते हैं और फिर उन पर पेंटिंग बनाते हैं। नाखूनों की पेंटिंग बनाने वाले इस शख्स का नाम एम. नरहरि है और ये हैदराबाद के रहने वाले हैं। ये पिछले 22 सालों से ये काम कर रहे हैं और दूसरे बच्चों को भी सीखा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक नरहरि के पास 85 नेल पेंटिंग है और 25 साल पूरे होने पर वे करीब 100 नेल पेंटिंग का स्टॉक बना लेंगे। बारक्राफ्ट टीवी द्वारा लिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि “उनके पिता एक आर्टिस्ट है और उनके भाई भी यही करते हैं, मुझे भी पेंटिंग करने की प्रेरणा वही से मिली। जब मैं जवान हुआ और कॉलेज जाने लगा तो मैने देखा कि मेरा भाई फैशन के लिए नाखून बढ़ा रहा है।”
उन्होंने बताया की “अब मुझे भी लगा कि अब मुझे भी नाखून बढ़ाने चाहिए। मैं भी अपने नाखून बढ़ाने लगा। उन दिनों मैं फाइन आर्ट्स का कोर्स कर रहा था। मैने देखा कि लोग अब कैनवास पर पेंटिंग नहीं करते। वे अब अलग-अलग चीज़ों का यूज करते हैं। मैं भी कुछ अलग करना चाहता था तो मैने देखा कि मेरे बढ़ते हुए नाखून मेरे कब काम आएंगे।”
“मैने सबसे पहले साल 1995 में नाखून पर पेंटिंग बनाई थी। उन्होंने बताया कि मैने सबसे पहले एक स्वतंत्रता सेनानी की पेंटिंग बनाई थी उसके बाद मैने चार मीनार की पेंटिंग बनाई, फिर मैने प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पेंटिंग बनाई। नरहरि बताते हैं कि “उन्होंने कभी किसी दूसरे के नाखून या प्लास्टिक के नाखून यूज नहीं किए।”
इसे बनाने में काफी समय लगता है और काफी ज़्यादा धैर्य की जरूरत होती है। मुझे सबसे पहले तो अपने नाखूनों का ध्यान रखना होता है। मैं रोज अपने नाखूनों को साफ करता है उन पर तेल की मालिश करता हूं ताकि वो स्वस्थ रहे। नरहरि की पेंटिंग को इंडिया बुक में भी स्थान मिला है जिसमें इंडिया के रिकॉर्ड को पब्लिश किया जाता है।
Courtesy-Barcrofttv