केजरीवाल जी कौन है असली देशभक्त हार्दिक या देश के शहीद जवान
आज तक सुना था कि लोग राजनीति में साम-दाम, दंड-भेद सभी का प्रयोग करते हैं ऐसा शायद अब देख भी लिया। पहले कई सारी कहानियां भी सुनने में आई थीं लेकिन अब सामने ही देख रहे हैं। राजनीति है ही ऐसी चीज़ जिसके लिए कोई कुछ भी कर सकता है ये कुर्सी और सत्ता चीज़ ही ऐसी हैं जो किसी को भी देशभक्त बना सकती है। एक देशभक्त तो हमारे देश के प्रसिद्ध नेता केजरीवाल ने ही बना दिया। केजरीवाल यानी आम आदमी पार्टी के नेता जिन्होंने रविवार को गुजरात में सभा के दौरान कुछ ऐसा कहा जो आम आदमी को हजम न हो। आइए आपको बताते हैं केजरीवाल की इस बात के बारें में…
रविवार को केजरीवाल पहुंचे मोदी की पिछली कर्मभूमि में और वहां जाकर मोदी पर और भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है ऐसे में केजरीवाल पूरी कोशिश कर रहे हैं कि वे वहां अपना सिक्का जमा सके। केजरीवाल ने अपनी सभा के दौरान बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘‘बीजेपी सरकार पटेल समुदाय के साथ अन्याय कर रही है। सरकार ने आरक्षण की मांग कर रहे पाटीदारों पर गोलियां चलवाई। पाटीदार आतंकी नहीं इस देश के नागरिक है।’’
केजरीवाल यहां तक भी चुप नहीं बैठे और अपनी बात जारी रखते हए कहा कि ‘‘पटेल से बड़ा कोई देशभक्त नहीं है। गुजरात में होने वाला अगला विधानसभा चुनाव सिर्फ चुनाव नहीं क्रांति होगा। ऊना में गोरक्षकों द्वारा दलितों को पीटे जाने की घटना को लेकर भी केजरीवाल ने राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि दलितों की पिटाई करने वालों को राज्य पुलिस का संरक्षण हासिल था। केजरीवाल ने कहा कि ऊना में दलितों की पिटाई करने वाले बीजेपी के गुंडे थे और पुलिस से कहा गया था कि दलितों को पीटे तो कुछ नहीं करे।
केजरीवाल की हार्दिक पटेल को देशभक्त कहने की बात को लेकर उनका विरोध भी किया गया। वाकई में एक तरफ तो देश आतंकवाद और कश्मीर के मुद्दे को लेकर चिंतित है। देश के जवान एक के बाद एक शहीद हो रहे हैं उन्हें छोड़कर केजरीवाल हार्दिक पटेल को राजनीति के लिए देशभक्त बता रहे है। देश में और भी कई देशभक्त हैं क्या उनकी देशभक्ति झूठी हैं या गुजरात में पाटीदार आंदोलन करने वाले हार्दिक पटेल देश के सबसे बड़े देशभक्त है।
आज जिस आज़ादी को हम जी रहे हैं उसी आज़ादी के लिए देश के कई जवान शहीद हो गए। लगता है केजरीवाल को देशभक्त भगतसिंह को छोड़कर सिर्फ हार्दिक पटेल ही याद है। उनके इस बयान की कई जगह निंदा की जा रही हैं उनकी रैली को गुजरात में काफी विरोध का सामना करना पड़ा था। कई जगह उनकी रैली को काले झंडे भी दिखाए गए। उनके खिलाफ पोस्टर भी बनाए जिसमें उन्हें गद्दार बताया गया।