Wednesday, August 30th, 2017
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बिना कुंडली से जाने अपना भविष्य….




Spiritual

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कई बार ऐसा होता है कि किसी व्यक्ति की कुंडली नहीं होती फिर भी वह चाहता है कि ज्योतिष किसी प्रकार से उनकी मदद करे. अगर व्यक्ति की शादी की उम्र है तो वह यह जानना चाहता है कि हमारी होने वाली जीवनसंगिनी कैसी होगी, या फिर हमारा व्यापार कैसा होगा. ऐसे बहुत सारे प्रश्न व्यक्ति के दिमाग में रहते हैं, पर कुंडली ना होने की विवशता उसके लिए परेशानी का सबब बन जाती है. इसलिए आज के हम इस आलेख में हम कुछ ऐसी विधाओं को बताने जा रहे हैं जिनसे आप अपने भविष्य को जान सकते हैं, अपना जीवन जान सकते हैं, जीवनसंगिनी के बारे में मालूम कर सकते हैं. जी हां, ज्योतिष में ऐसे कई विधाएं हैं जहां आप बिना कुंडली के भी अपने भविष्य की शुभ अशुभ घटनाओं को किसी योग्य ज्योतिषी के द्वारा जान सकते हैं.

प्रश्न कुंडली– इस कुंडली के अनुसार व्यक्ति के मन में जब कोई दुविधा उत्पन्न होती है या फिर वह अपने किसी भी सवाल का जवाब चाहता है, तो वह प्रश्न कुंडली के अनुसार अपना भविष्य जान सकता है. इस विधा के अनुसार व्यक्ति जिस समय ज्योतिषी से प्रश्न करता है उस समय ग्रहों की जो स्थिति होती है उसके अनुसार उसका फलादेश बताया जाता है. इस विधा के अनुसार आप अपने जीवनसंगिनी, करियर, व्यवसाय आदि महत्वपूर्ण जानकारियों को प्राप्त कर सकते हैं.

अंक ज्योतिष– अंक ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति को उसकी जन्म तारीख के अनुसार उसका भविष्य बताया जाता है. इस विधा के अंदर 1 से लेकर 9 अंक होते हैं और हर अंक किसी ना किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. उन ग्रहों की जो वर्तमान में स्थिति होती है उसके अनुसार व्यक्ति का भविष्य बताया जाता है. इस अंक विद्या में कई प्रकार की तकनीकों का उपयोग करके व्यक्ति अपना फलादेश जान सकता है.

हस्तरेखा– आपके हाथों में अच्छा और बुरा हर प्रकार का भविष्य छुपा होता है. जिन लोगों को हस्तरेखा का गहन रूप से ज्ञान होता है वह व्यक्ति का हाथ देखकर उसका भूत, भविष्य और वर्तमान बता देते हैं. आपके पास आपकी कुंडली नहीं है तो आप किसी अच्छे हस्तरेखा विशेषज्ञ के पास जाएं वह आपके सारे सवालों का जवाब बहुत ही आसानी से आपके हाथों की रेखाओं को देखकर दे देगा। ऐसा माना जाता है कि आपके हाथों की रेखाएं आपके कर्मों पर निर्भर करती है. आपके कर्म ही आपके भविष्य को बनाते हैं.

टैरो कार्ड– टैरो कार्ड के अंतर्गत व्यक्ति जब अपने सवाल को लेकर किसी टैरो कार्ड रीडर के पास जाता है तो वह टैरो कार्ड रीडर उससे तीन कार्ड उठाने को कहता है. उन्हीं 3 कार्ड के अनुसार वह सामने वाले व्यक्ति का भविष्य बताता है या यु कहें कि प्रश्नों का उत्तर देता हैं. यह भी अपना भविष्य जानने की विधा है. यह विधा भारत में कम प्रचलित है पर विदेशों में यह बहुत ज्यादा अपनाई जाती है.

रमल शास्त्र– इस विधा के अंतर्गत जब कोई व्यक्ति प्रश्न करता है तो उसके बाद पांसों को फेककर उनका अध्ययन करके व्यक्ति के भविष्य के बारे में बताया जाता है. पांसों की संख्या आठ रहती हैं जिन पर बिंदु अंकित होते हैं. इन्ही बिंदुओं से भविष्य मालूम चलता है.

यह कुछ ऐसी विधाएं हैं जिनके द्वारा आप अपना भविष्य बिना कुंडली के भी जान सकते हैं. जो लोग इन विधाओं में पारंगत होते हैं उन्हें आपकी कुंडली की आवश्यकता नहीं होती इसलिए अगर आपके मन में कोई प्रश्न उठता है और आपको उसका जवाब नहीं मिल रहा तो आप एक बार किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क जरूर करें। वह आपकी कुंडली के बिना आपके जीवन की परेशानियों और समस्याओं को कम करने में सहयोग कर सकता है. ज्योतिष के अंदर ऐसी बहुत सारी विद्याएं हैं जिनसे आप अपने भविष्य को जान सकते हैं. इन विधाओं में होरा विज्ञान, स्वप्न विज्ञान, सामुद्रिक शास्त्र, शकुन शास्त्र, सिग्नेचर रीडिंग, क्रिस्टल बॉल, फेस रीडिंग, सम्मोहन, टेलीपैथी और फर्मोलॉजी जैसे विज्ञान आदि शामिल हैं.

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