Tuesday, September 12th, 2017 01:21:13
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26 की उम्र में बने पति और सांसद, केंद्रीय मंत्री बन ससुर को दी ख़ुशी




26 की उम्र में बने पति और सांसद, केंद्रीय मंत्री बन ससुर को दी ख़ुशीPolitics

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सचिन पायलट, कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राजस्थान के दबंग गुर्जर नेता स्वर्गीय राजेश पायलट के बेटे हैं। आज सचिन अपने पिता के पद-चिन्हों पर चलते हुए खुद कांग्रेस के एक बड़े नेता हैं और यूपीए-2 सरकार में केंद्रीय मंत्री का रोल तथा राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का रोल निभा चुके हैं। तथा वे देश के सबसे कम उम्र के सांसद होने का गौरव भी हासिल कर चुके हैं। सचिन का कल 7 सितंबर को 41वां जन्मदिन है। इस मौके पर हम बता रहे हैं उनकी लाइफ की कुछ खास झलकियां और उनकी पर्सनल लाइफ में से उनकी इंटरेस्टिंग लव स्टोरी तथा इंटर-रिलिजन मैरिज के कुछ खास हिस्से।

सचिन का बेसिक इंट्रो, उन्हें ठीक से ना जानने वालों के लिए :-

सचिन का जन्म यूपी के सहारनपुर में हुआ था। एयरफ़ोर्स बाल भारती स्कुल, दिल्ली से स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंतर्गत सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद MBA के लिए पेन्सिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस में एडमिशन लिया। अपनी शादी के कुछ महीनों बाद ही सचिन ने राजनीति के मैदान में अपनी किस्मत आजमाई। उन्होंने मात्र 26 साल की उम्र में 2004 के लोकसभा चुनावों में दौसा से मैदान में उतरे और बड़ी जीत हासिल की, तथा देश के सबसे कम उम्र के सांसद होने का गौरव भी हासिल। सचिन UPA के मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में IT मिनिस्टर बने। वे देश के पहले ऐसे केंद्रीय मिनिस्टर हैं, जिन्हें प्रादेशिक सेना (TA) का एक नियमित अधिकारी नियुक्त किया गया।

मैरिज लाइफ जिसकी जर्नी शुरू हुई लव इन लन्दन से

उनकी पत्नी का नाम सारा है, जो नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला की बेटी तथा जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला की बहन हैं। सारा के दादा शेख अब्दुल्ला भी जाने-माने राजनेता थे। वे नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। सारा अपने बचपन के दिनों से 1990 तक कश्मीर में रही। इसके बाद घाटी में लगातार बिगड़ रहे हालातों के मद्देनजर फारूख अब्दुल्ला ने सारा को उनकी मां के साथ लंदन भेज दिया। लंदन में ही सारा की सचिन से पहली मुलाकात हुई। सचिन के पिता और सारा के पिता राजनीति में होने के नाते बेहद करीबी दोस्त थे, दोनों परिवार एक-दूसरे को अच्छे से जानते थे, बावजूद इसके सचिन और सारा की कोई मुलाकात नहीं हुई थी। इसे ईश्वरीय योग ही कहेंगे कि लन्दन में दोनों की मुलाकात हुई, तथा उनका प्यार भी परवान चढ़ा। कुछ महीने के भीतर ही सचिन का MBA कोर्स खत्म हो गया और वे भारत आ गए और सारा लंदन में ही रही।

प्यार में काफी जद्दोजहद भी हुई

भारत में सचिन के पुरे परिवार ने इस रिश्ते को नामंजूर कर दिया। हालांकि सचिन अपने प्यार को पाने की जद्दोजहद में लगे रहे और आखिरकार उन्हें कामयाबी मिल ही गई। उन्होंने अपने परिवार को शादी के लिए मना लिया। दूसरी ओर सारा के मामले में ये चुनौती काफी कठिन थी। सारा के पिता फारूख अब्दुल्ला ने उनके रिश्ते को सिरे से खारिज कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने सारा से साफ शब्दों में इस विषय पर बात करने से मना कर दिया। इसके बावजूद सारा ने हिम्मत नहीं हारी उन्हें विश्वास था कि वह पिता को इस रिश्ते के लिए मना लेंगी। वैसे भी सारा अपने पिता के काफी करीब थी। सारा के पिता ने हमेशा उन्हें उनके मन का करने दिया, लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग था। सारा भी कहां मानने वाली थी, हो भी क्यों नहीं मामला दिल का जो था। सारा लगातार अपने पिता से अपने प्यार की मांग करती रही।

और सिंपल से प्रोग्राम में दोनों ने शादी कर ली

इस बीच सारा और सचिन के प्यार की चर्चा लोगों के बीच होने लगी। कश्मीर घाटी में इसका खासा विरोध देखने को मिला। फारूख अब्दुल्ला की पार्टी के ही नेताओं ने इस मुद्दे पर विरोध का झंडा बुलंद कर दिया। विवाद वजह धार्मिक भिन्नता ही बना। इस सबके बीच सचिन-सारा के सामने दो रास्ते थे पहला ये कि वह अपने परिवारवालों की रजामंदी का इंतजार करें फिर शादी करें या फिर दूसरा रास्ता था कि वह परिवार और समाज को पीछे छोड़कर दिल की सुनें और शादी के बंधन में बंध जाएं। बदले हुए माहौल के बीच उन्हें दूसरा रास्ता ज्यादा अच्छा लगा। दोनों ने जनवरी 2004 में शादी कर ली। बेहद सादे समारोह में सचिन-सारा एक-दूसरे के हो गए।

 

प्यार की नई लौ जगाने आरन और वेहान भी आ गए

सारा के पिता फारूख अब्दुल्ला ने इस शादी का विरोध किया। अब्दुल्ला परिवार से कोई भी इस शादी में शरीक नहीं हुआ। लेकिन सारा को विश्वास था कि जल्द ही सब ठीक हो जाएगा। समय के साथ अब्दुल्ला परिवार ने सचिन-सारा के रिश्ते को अपना लिया। इस बीच सचिन और सारा के दो बेटे हुए। एक नाम आरन है और दूसरे का वेहान।

सचिन के केंद्रीय मंत्री बनने पर फारुख अब्दुल्ला काफी खुश भी नजर आए थे

शादी के बाद सचिन पायलट और फारुख अब्दुल्ला कई बार कई फेमिली एवं पब्लिक प्रोग्राम्स में साथ नजर आए। सचिन के केंद्रीय मंत्री बनने पर फारुख अब्दुल्ला काफी खुश भी नजर आए थे। फारुख अब्दुल्ला ने भी एक कैथोलिक धर्म मानने वाली महिला से विवाह किया है। तथा फारुख के बेटे उमर अब्दुल्ला ने भी एक आर्मी ऑफिसर की बेटी पायल नाथ से विवाह किया है। सचिन को यूथेन्स न्यूज़ की तरफ से उनके इस खुशनुमा जन्मदिन पर अनेक-अनेक शुभकामनाएं।

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