अमर शहीदों के सपनों को हम सब मिलकर पूरा करेंगे : डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने पुलिस स्मृति दिवस परेड में शहीदों को दी विनम्र श्रदांजलि
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर देश के अमर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों के बलिदान को हम व्यर्थ नहीं जाने देंगे, शहीदों के सपनों को हम एकजुट होकर पूरा करेंगे। छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या का जल्द समाधान होगा और यहां शांति और विकास होगा। मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर के नजदीक माना स्थित छत्तीसगढ़ विशेष सशस्त्र पुलिस बल के चौथी बटालियन परिसर में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस परेड में इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की एकता और अखण्डता की रक्षा, प्रदेश और देशवासियों की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों को मैं नमन करता हूं। पुलिस की नौकरी केवल आजीविका का साधन नहीं है। पुलिस और सशस्त्र बलों में हमारे जवान ‘माटी का कर्ज चुकाने’ के पावन जज्बे के साथ आते हैं। नक्सलवाद और आतंकवाद एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, दोनों ही देश को कमजोर करना चाहते हैं। हमारे जवान सशस्त्र बलों के जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नक्सल चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर रहे हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों के जवान जब अपनी जान जोखिम में डाल कर अपने कर्त्तव्यों के पालन में डटे रहते हैं, तभी हम अपने घरों में सुरक्षित रहते हैं। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार उनके साथ है। शहीदों के परिजनों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं के निराकरण की जिम्मेदारी हम सबकी है। उन्होंने कहा कि शहीदों के शौर्य, पराक्रम, त्याग और बलिदान की गाथा से नई पीढ़ी को अवगत कराने की जरुरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस बल की सुरक्षा, सम्मान और सुविधाओं के लिए अनेक कदम उठाए हैं। पुलिस बलों के लिए आने वाले समय में दस हजार आवासों के निर्माण की योजना है। राज्य गठन के बाद पुलिस बल की संख्या प्रदेश में दस हजार से बढ़कर सत्तर हजार हो गयी है। हमारे जवान प्रशिक्षित और हर चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली और अधिकारियों को उनकी समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए। गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशिला साहू, संसदीय सचिव श्री लाभचंद बाफना, पुलिस महानिदेशक श्री ए.एन.उपाध्याय, पुलिस महानिदेशक जेल एवं होमगार्ड श्री गिरधारी नायक, पुलिस महानिदेशक अभियोजन श्री एम.डब्ल्यू. अंसारी और विशेष पुलिस महानिदेशक नक्सल आपरेशन श्री डी.एम. अवस्थी सहित अनेक पुलिस अधिकारियों, पुलिस बल, सेना, सशस्त्र बलों के अधिकारियों और जवानों ने भी शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने इस अवसर पर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि पुलिस बल और सशस्त्र बल के जवानों ने अपने कर्त्तव्यों का पालन करते हुए अपना बलिदान दिया। उनके संघर्षों और शासन की कल्याणकारी योजनाओं से बस्तर और राजनांदगांव जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इस समस्या पर काबू पाने में मदद मिल रही है। हम नक्सल समस्या के समाधान के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नक्सलियों की घर वापसी के लिए पुर्नवास नीति लागू की है। पुलिस महानिदेशक श्री ए.एन. उपाध्याय ने इस अवसर पर कहा कि नागरिकों की सुरक्षा और शांति-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस बल की है। पुलिस कर्मी अपने कर्त्तव्यों के पालन में तत्पर हैं। आज का दिन शहीदों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने और उन्हें याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का है। पुलिस के जवान अर्धसैनिक बलों के साथ नक्सल चुनौती का सफलतापूर्वक सामना कर रहे हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ 19 शहीदों सहित देश के 471 शहीदों की सूची सम्मानपूर्वक शहीद स्मारक में रखी गयी और शहीदों की नामावली का वाचन किया गया।