दिल्ली में खतरनाक प्रदूषण, केजरी ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
नई दिल्ली। देश की राजधानी का हाल बेहाल हो गया है। जी हां दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कुछ इस कदर हावी है कि यहां कि हवा में लोगों का सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। वैसे तो पहले से ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ था लेकिन पिछले कुछ दिनों से तो हालात और भी बदतर हो चुके हैं। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कुछ इस कदर हावी है कि यहां कि हवा में लोगों का सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। वैसे तो पहले से ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ था लेकिन पिछले कुछ दिनों से तो हालात और भी बदतर हो चुके हैं। प्रदूषण को लेकर दिल्ली में तकरीबन 17 साल का रिकार्ड टूट गया है। दिल्ली कि हवा इतनी खराब है कि उसके बदतर स्वाद और बदबू से लोगों की तबीयत बिगड़ रही है। लोग खांसी और आंखों में जलन के शिकार हो रहे हैं। शनिवार को बंद रहे 1800 स्कूल सोमवार को भी नहीं खुलेंगे।
केजरी ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
इस बाबत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दोपहर 12:30 बजे कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस आपात बैठक में दिल्ली में प्रदूषण के हालात को लेकर चर्चा करने के साथ उपाय पर भी काम करने की बात होगी। केजरीवाल ने कहा, ’कुछ वक्त के लिए सिर्फ स्कूल बंद करना परेशानी का हल नहीं। अकेला गाड़ियों का धुआं, रोड की धूल और कचरा जलाना ही पॉल्यूशन का कारण नहीं है। मैंने हरिणाया और पंजाब में भी धुंध देखी है। इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार को भी आगे आना चाहिए।’ ’सरकार की ऑड-ईवन स्कीम ने कुछ हद तक स्मॉग से निपटने में कामयाब रही है। पटाखों से भी पॉल्यूशन लेवल बढ़ा है, लेकिन स्टडी के मुताबिक, पड़ोसी राज्यों के खेतों में जल रही पराली से दिल्ली की हालत खराब हुई है।’
पॉल्यूशन ने तोड़े रेकॉर्ड
दिल्ली में रविवार को प्रदूषण ने रेकॉर्ड तोड़ दिए। सुबह नौ बजे दिल्ली के आरके पुरम में हवा में प्रति क्यूबिक मीटर PM 10 की मात्रा 999 दर्ज की गई, वहीं IGI एयरपोर्ट पर यह 436, पंजाबी बाग में 999 और शांति पथ पर 662 रही।
दिल्ली सरकार को पड़ी थी NGT की फटकार
शुक्रवार को एनजीटी यानी कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस मामले पर दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा था कि आखिर प्रदूषण रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही एनजीटी ने दिल्ली सरकार को 10 साल पुराने डीजल वाहन बंद करने को कहा है। एनजीटी की इस फटकार के बाद दिल्ली सरकार हरकत में आई है। हालांकि इस मामले में दिल्ली सरकार ने दिल्ली की मौजूदा हालत पर चिंता जताते हुए एनजीटी से 2 हफ़्ते का समय मांगा है। इसी बीच शनिवार को दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन भलस्वा डंपिग ग्राउंड पहुंचे। यहां पर उन्होंने कहा,प्रदूषण रात में सबसे अधिक होता है। स्कूलों को बंद कर देना समाधान नहीं है।
दिल्ली में क्यों बढ़ा पॉल्यूशन
दिवाली में छूटने वाले पटाखों से होने वाले प्रदूषण ने पूरी दिल्ली को अपने चपेट में ले लिया है। पूरी दिल्ली और आसपास के इलाके में स्मॉग का कहर है। स्मोक और फॉग ने मिलकर कुछ ऐसा कहर ढाया है कि सरकार को छोटे बच्चों के स्कूल बंद करने के आदेश देना पड़ रहा हैं। दिल्ली और एनसीआर के श्री राम स्कूल ने तो पहले ही सोमवार तक स्कूल बंद करने के आदेश दे दिए थे। दिल्ली का हेरिटेज स्कूल ने जहां अपने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है, वहीं टैगोर इंटरनेशनल स्कूल ने अपना स्पोर्ट्स डे नवंबर से आगे बढ़ा कर फरवरी कर दिया है। एमिटी स्कूल ने अपने सारे स्टूडेंट्स को मास्क पहन कर आने के लिए कहा है।