महाराष्ट्र में किसानों का आंदोलन एक बार फिर जोर पकड़ रहा है। इस बार आंदालेन जमीन अधिग्रहण को लेकर है। इससे पहले किसानों ने कर्ज माफी को लेकर आंदोलन की आग जलाई थी। इस पूरे मामले पर वित्त मंत्री अरूण जेटली ने राज्यों को खुद के बलबूते पर कर्ज देने का बयान दिया था और अब केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने फिर से किसानों के जले पर नमक छिड़क दिया है। उन्होंने मुंबई में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में किसानों पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्ज माफी की मांग करना अब फैशन ट्रेंड बन गया है। जो चाहे तब कर्ज माफी के लिए आंदोलन करना शुरू कर देता है। कर्ज लेने के बाद तुरंत कर्ज माफी की मांग होने लगती है। हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि बैंकों में जमा होने वाला पैसा हमारा नहीं, बल्कि आम जनता का ही है, हमें उनका भी ध्यान रखना होगा।
संकट की स्थिति में ही कर्ज होगा माफ
नायडू ने कहा कि कर्ज केवल संकट की स्थिति में ही माफ किया जा सकता है। लेकिन हर बार आंदोलन करके कर्ज माफी की मांग उठाना कहां तक सही है। किसान कर्ज माफी की मांग के चलते गाडिय़ां जला रहे हैं, स्ट्राइक कर रहे हैं, इससे नुकसान तो आम आदमी का ही है। बता दें कि महाराष्ट्र से पहले मध्यप्रदेश के किसानों ने कर्ज माफी के लिए उग्र आंदोलन किया था।