फेक ख़बर वालो ख़बरदार, फेसबुक लाया ये नया फीचर
- - Advertisement - -
पहले हम लोग काफी सोशल हुआ करते थे लोगों से मिलाजुला करते थे उन्हें करीब से पहचानते थे उनके कहे को सच भी मानते थे। लेकिन आजकल सोशल की जगह ले ली है सोशल मीडिया ने सोशल मीडिया पर जो देखा जो पढ़ा बस वहीं पत्थर की लकीर मान बैठते है। कई बार तो सोशल मीडिया के चक्कर में बहस इतनी गर्मा जाती है कि जूते-चप्पल भी थोक भाव में खाने पड़ जाते है।
सोशल मीडिया अपनी बात को रखने का एक बहुत ही अच्छा प्लेटफार्म है। लेकिन सोशल मीडिया किसी भी अफवाह को फैलाने का भी एक अच्छा माध्यम है पहले जैसे कानों-कान कोई ख़बर आग की तरह फैलती थी उसी तरह आज मोबाइल दर मोबाइल ये अफवाहें आग से भी तेज स्पीड में वायरल हो जाती है।
दुनियाभर को छोड़ दे और भारत की ही बात करें तो यहां फेक न्यूज का भंडार लगा हुआ है। यहां कभी वॉट्सएप पर तो कभी फेसबुक पर रोज कोई न कोई न्यूज वायरल होती ही है और इनमें से कई सारी न्यूजों को फेक न्यूज करार दे दिया जाता है। वॉट्सएप तो आजकल ऐसा हो गया है कि इस पर कोई ख़बर आपको दिखी और आपने तुरंत उसे सौ लोगों को फॉरवर्ड कर दिया।
कुछ दिनों पहले शायद एक ऐसी ही फेक न्यूज वायरल हुई थी जिसके कारण लोग नमक लेने टूट पड़े। इस ख़बर ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया था आलम तो ये था कि पढ़े-लिखे लोग इसका शिकार होते ज़्यादा नज़र आए। लोग दुकानों पर ऐसे नमक लेने टूट पड़े जैसे देश में नमक का अकाल आने वाला हो। अरे भाई कम से इतना तो जान लेते कि ख़बर सच है या झूठ।
खैर ख़बर तो ख़बर होती है कुछ लोग अपने फायदें के लिए ऐसी ख़बरें क्रिएट करते है और लोगों में सनसनी फैलाते है। लेकिन अब इन लोगों की खैर नहीं है। आमतौर पर कई फेक न्यूज़ सबसे ज़्यादा वायरल फेसबुक पर ही होती है और फेसबुक सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले सोशल मीडिया प्लेटफार्म में एक है।
फेसबुक ने इसे रोकने के लिए एक नया फीचर लॉन्च किया है जो गलत ख़बर की ख़बर लेगा। यानि अब फेक न्यूज पोस्ट करने वालों या वायरल करने वालों की खैर नहीं। हालांकि फेसबुक अभी ये फीचर सिर्फ जर्मन में लॉन्च कर रही है लेकिन जल्द ही ये आपके और हमारे बीच होगा। फेसबुक ने पहले भी इसके लिए घोषणा की थी।
फेसबुक इस फीचर के जरिए यूजर को संभवित गलत ख़बरों की पहचान करने का मौका देगा। जिस भी ख़बर के फर्जी होने का अंदेशा आपको होगा आप उसे रिपोर्ट कर सकते है। इसके बाद फेसबुक उस ख़बर को एक तीसरी पार्टी के पास भेजेगा जो उसके तथ्यों की जांच करेगी। जांच में अगर कोई गड़बड़ पाई गई तो उसे न्यूजफीड में विवादित कहकर पेश किया जाएगा।
फेसबुक ने फेक न्यूज फीचर पर कदम बढ़ाते हुए अमेरिका मे सबसे पहले इसके परीक्षण की घोषणा की थी। कंपनी ने कहा था कि दिसंबर में फेसबुक ने फर्जी ख़बर की चुनौती से निपटने की घोषणा की थी उसी के तहत ये कदम उठाया गया है। पिछले कुछ समय से फेसबुक को यूजर्स की आलोचना का सामना करना पड़ा है यूजर्स का कहना है कि फेक ख़बरों का यूएस इलेक्शन पर असर हुआ है।
वैसे फेस ख़बरों की वजह से वाकई बहुत असर पड़ता है। एक छोटा सा मुद्दा भी फेक ख़बर के चलते एक बड़ा रूप ले लेता है। सोशल मीडिया पर ऐसी कई ख़बरें वायरल होती है लेकिन अब इन फेक ख़बर वालों की खैर नहीं होगी।
- - Advertisement - -