Google पर मिलने वाले Apps होंगे महंगे, पड़ेंगे जेब पर भारी
गूगल और ऐपल स्टोर पर मिलने वाले ऐप्स आपकी जेब पर भारी पड़ सकते है। जल्द ही आपको गूगल और ऐपल स्टोर पर फ्री में मिलने वाले ऐप्स पर पैसा लगने वाला है और ये ऐप्स पहले से भी ज्यादा महंगे हो सकते है। आने वाले दिनो में गूगल और ऐपल स्टोर पर मिलने वाले ऐप्स के लिए आपको ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है। सरकार ऐसी खरीद पर एडिशनल टैक्स लगाने वाली हैं। जानकारी के अनुसार सरकार ऐसे ऐप की खरीद को दिसंबर तक इक्वलाइजेशन लेवी के दायरे में लाना चाहती हैं।
दिसंबर तक हो सकते है बदलाव
जानकारी के अनुसार सरकार इस गाइडलाइन को दिसंबर तक लागू कर सकती है। इस समय भारत से बाहर रजिस्टर्ड मल्टीनेशनल्स के ऑनलाइन विज्ञापन पर 6 प्रतिशत इक्वालाइजेशन लेवी लगती है। अन्य टैक्सों को मिलाकर इन ऐप्स पर लगभग 7 प्रतिशत दामों की बढ़ोतरी हो सकती है। सरकार की इस नई गाइडलाइन में ऐपल और गूगल जैसी कंपनियों से खरीदें जाने वाले मोबाइल ऐप्लीकेशन भी शामिल है। गूगल और ऐपल के ऐप्स पर दामों के बढ़ाने के बाद सरकार दूसरे डिजिटल ट्रांजेक्शन पर भी यह लेवी लगाने वाली है।
इस तरह जारी की गाइडलाइन
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज की ओर से बनाई गई एक कमेटी ने मार्च मे इस प्रस्ताव को भेजा था। सीबीडीटी और इंटरनेशनल टैक्सेशन के लिए इंडिया के सक्षम अर्थोरिटी अखिलेश रंजन के ईमेल से भेजे गए सवाल का जवाब नहीं मिला। मल्टीनेशनल ने जून में यह लेवी चुकाना शुरू किया था। एक्सपर्टस ने कहा कि पहले राउंड की गाइडलाइन में ‘डिजिटल ट्रांजेक्शन’ का दायरा इस तरह रखा जाएगा कि अब सरकार को ऐप्स पर यह लेवी लगाने के लिए केवल एक सर्कुलर जारी करना होगा।