एक बच्चा सालभर मेहनत करता है और एग्जाम में 99 पर्सेन्ट लाता है क्यों, क्योंकि उसे अपना करियर बनाना होता है, किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेना होता है और फिर एक अच्छे अमाउंट वाली सैलरी मिले ऐसी जगह पर नौकरी करना होता है लेकिन क्या कोई टॉपर इतने अच्छे मार्क्स आने के बाद साधु बन सकता है? नहीं ना! लेकिन गुजरात के टॉपर वर्शील शाह ने डिट्टो ऐसा ही किया।
गुजरात के टॉपर वर्शील शाह जिनकी उम्र 17 साल की है इस साल 12वी में 99 पर्सेन्ट लाकर उन्होंने सबको चौंका दिया। लोग तो यही सोचेंगे कि ये आगे चलकर इंजीनियर या साइंटिस्ट बनेगा लेकिन वर्शील ने हाल ही में सारी दुनियादारी छोड़कर सन्यास ले लिया। आपको शायद उनका ये फैसला बेवकूफाना लगे लेकिन ये उन्होंने अपनी और अपने घरवालो की मर्जी से किया है।
दरअसल वर्शील का पूरा परिवार जैन धर्म का अनुयायी है। उनकी मां अमिबेन शाह और पिता पेशे से आयकर कर्मचारी हैं। वे दोनों ही अपने बेटे के फैसले से काफी खुश है। जानकारी के मुताबिक वर्शील पर तीन साल पहले ही अध्यात्म का रंग चड़ा जिसके बाद वे अध्यात्म की ओर चले गए। जब वे सूरत में थे तब वे मुनि श्री कल्याण रत्न विजयजी के संपर्क में आए थे।
27 मई को जब गुजरात बोर्ड के रिजल्ट आए तो वर्शील ने सभी को चौंका दिया। वे पूरे 99 पर्सेन्ट लाकर टॉपर की लिस्ट में थे लेकिन उन्होंने अपनी इस सफलता का कोई जश्न नहीं मनाया। वर्शील के घरवालों का कहना है कि वे काफी साधारण तरीके से घर में रहते हैं और जैन धर्म के सिद्धांतों को मानते हैं।