Friday, September 1st, 2017 18:27:28
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बलात्कार से हत्याओं तक ये हैं बाबा राम रहीम के 6 महा विवाद




बलात्कार से हत्याओं तक ये हैं बाबा राम रहीम के 6 महा विवादSocial

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यौन शोषण केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर CBI कोर्ट का फैसला आने से पहले ही उनके समर्थकों में हलचल मच गई है। 2002 में डेरा-आश्रम में रहने वाली एक साध्वी ने चिट्ठी के जरिए डेरा-प्रमुख पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। उसने खुद और आश्रम की दूसरी साध्वियों के साथ यौन शोषण होने का खुलासा किया था। इस मामले में हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी। इस पर सुनवाई के बाद अदालत के आदेश पर 2001 में पूरे मामले की जांच CBI को सौंपी गई। 2007 में CBI ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था। कोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से गवाही और बहस के बाद 17 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया, 25 अगस्त को अंतरिम फैसला सुनाया जाएगा। गुरमीत राम रहीम सिंह इसके अलावा भी कई विवादों से सम्बद्ध रहे हैं, आइये जानते हैं उनसे जुड़े कुछ खास विवाद-

सिरसा के पत्रकार की हत्या का आरोप

“मैसेंजर ऑफ गॉड” जैसी फिल्म में अभिनय कर चुके राम रहीम पर सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का भी आरोप है। पत्रकार रामचंद्र सिरसा से एक स्थानीय अखबार ‘पूरा सच’ निकालते थे। उसमें उन्होंने डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी खबरें प्रकाशित करना शुरू किया था। उसमें साध्वी यौन शोषण कांड और रणजीत सिंह हत्याकांड का खुलासा किया था। 24 अक्टूबर 2002 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को गोली मार दी गई, जिसकी जांच भी CBI को सौंपी गई थी।

रणजीत सिंह हत्याकांड

डेरा की प्रबंधन समिति के सदस्य रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2003 को हत्या कर दी गई थी, यह मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है।

बिश्नोई की गुमशुदगी

डेरा के ही राम कुमार बिश्नोई की गुमशुदगी का भी बाबा पर आरोप है।

गुरु गोबिंद सिंह की वेशभूषा में फोटो

2007 में डेरा प्रमुख ने गुरु गोबिंद सिंह की वेशभूषा में फोटो खिंचवाने की वजह से विवादों में घिर गए थे। इसके विरोध में पंजाब के बठिंडा में डेरा प्रमुख का पुतला फूंका गया था। राजेंद्र सिंह सिद्धू की याचिका पर डेरा प्रमुख के खिलाफ कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट भी जारी कर दिया था। जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे, इस मामले में डेरा प्रमुख बरी हो गए।

कथित साधुओं को नपुंसक बनाने का आरोप

डेरा सच्चा सौदा के ही कथित साधु हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर डेरा प्रमुख पर 400 कथित साधुओं को नपुंसक बनाए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया कि डेरा प्रमुख के इशारे पर डेरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम साधुओं को नपुंसक बनाती है। भगवान के दर्शन होने की बात कही जाती है। उन्होंने 166 साधुओं का नाम भी बताया था।

हत्या के 2 मामलों सहित साध्वी यौन शोषण सहित 3 प्रमुख केसेस जिनकी जाँच CBI ने अपने हाथ में ली उनकी समय-समय पर स्थिति :-

1998 : डेरा की जीप के निचे एक बच्चा कुचल गया, गांववालों के साथ डेरे का विवाद हुआ। खबर छापने पर मीडियाकर्मियों को धमकाया गया, बाद में माफीनामे के साथ विवाद खत्म हो गया।

16 नवंबर, 2002 : सिरसा में मीडिया की महापंचायत बुलाई गई और डेरा सच्चा सौदा का बहिष्कार करने का प्रण लिया गया।

2003 : मृतक रणजीत सिंह के पिता ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच की मांग की थी।

जनवरी 2003 : पत्रकार छत्रपति के बेटे अंशुल ने है कोर्ट में याचिका दायर कर CBI जांच करवाने की मांग की।

10 नवंबर, 2003 : CBI को FIR दर्ज कर पत्रकार छत्रपति की मौत की जांच के आदेश जारी किए गए।

दिसंबर 2003 : CBI ने जांच शुरू कर दी। डेरा के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर जांच पर रोक लगाने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने स्टे कर दिया।

नवंबर, 2004 : इस मममलें में दूसरे पक्ष की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने डेरा की याचिका खारिज कर दी। CBI ने डेरा प्रमुख सहित कई अन्य लोगों को आरोपी बनाया।

31 जुलाई, 2007 : CBI ने हत्या मामलों और साध्वी यौन शोषण मामले में जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल कर दी। CBI ने तीनों मामलों में डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया। तीनों मामले पंचकूला स्थित CBI की विशेष अदालत में विचाराधीन हैं।

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