आपके दिमाग को मजबूती देंगे ये घरेलू नुस्खे
किसी प्रकार की क्रॉनिक बीमारी, मानसिक तनाव व थकान, पाचनक्रिया की गड़बड़ी, शारीरिक और मानसिक दुर्बलता धीरे-धीरे याददाश्त को प्रभावित कर दिमाग को कमजोर कर देती है। आइए डॉ पीयूष त्रिवेदी, एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ के अनुसार जानते हैं आयुर्वेद से दिमाग को कैसे मजबूत बनाया जाए…
बादाम
इसमें मौजूद आयरन, कॉपर, फॉस्फोरस और विटामिन-बी सभी औषधीय तत्व एक साथ काम करते हैं। इसलिए बादाम दिमाग के अलावा ह्दय व लिवर को सेहतमंद रखता है।
प्रयोग : रात को पानी में 5 बादाम भिगो दें। सुबह छिलका उतारकर बारीक पीस लें व एक गिलास दूध में दो चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीस लें।
ब्राह्मी
एंटीऑक्सीडेंट तत्व से भरपूर ब्राह्मी दिमाग के लिए अच्छी जड़ी-बूटी है। यह दिमागी कार्यक्षमता को बढ़ाती है।
प्रयोग : एक चम्मच रस को रोजाना पी सकते हैं। रस पसंद नहीं है तो आप इसकी पत्तियों को चबाकर भी खा सकते हैं।
अलसी का तेल
एकाग्रता व सोचने की क्षमता को बढ़ाता है अलसी का तेल।
प्रयोग : मेडिसिनल रुप में विशेषज्ञ द्वारा बताए अनुसार नियमित इस्तेमाल से मानसिक विकार दूर होते हैं।
सौंफ
सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें।
प्रयोग : दो चम्मच दोपहर व डिनर के बाद नियमित लेने से दिमागी कमजोरी दूर होती है।
अखरोट
ओमेगा-थ्री फैटी एसिड, मैंगनीज, तांबा, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ई, जिंक व सेलेनियम जैसे मिनरल्स तत्वों से भरपूर अखरोट दिमाग को एक्टिव बनाता है।
प्रयोग : रोज एक अखरोट खा सकते हैं
दालचीनी
दालचीनी से दिमाग को मजबूती मिलती है।
प्रयोग : डिनर के बाद एक चुटकी दालचीनी पाउडर को शहद के साथ लें।
जायफल
इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसे सीमित मात्रा में भोजन में ही प्रयोग करें। यह एल्जाइमर की समस्या में लाभकारी है।
प्रयोग : सब्जी बनाते समय मसाले के रुप में एक चुटकी इस्तेमाल करें।
कालीमिर्च
छोटी-सी दिखने वाली कालीमिर्च खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर है। यह दिमाग की कमजोरी दूर कर याददाश्त बढ़ाने में मददगार है।
प्रयोग : भोजन या सलाद में मसाले के तौर पर प्रयोग करें।
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