वल्र्ड एल्डर अब्यूज अवेयरनेस डे: बुजुर्गों के साथ व्यवहार में भारत का रिकॉर्ड है बहुत खराब
हमें बचपन से ही सिखाया जाता है कि अपने से बड़ों का सम्मान करना चाहिए , खासतौर से बुजुर्गों का। लेकिन भारत के लोग बुजुर्गों का आदर करने में बहुत पीछे हैं। उनके इस व्यवहार का असर ये है कि भारत अब बुजुर्गों के साथ व्यवहार करने के मामले में बहुत खराब साबित हुआ है। वल्र्ड एल्डर अब्यूज अवेयरनेस डे से ठीक एक दिन पहले जारी एक सर्वे में ये खुलासा हुआ है कि भारत के लोग सार्वजनिक जीवन में बुजुर्गों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। यह सर्वे 4,615 पर किया गया था, जिसमें 2377 पुरूषों और 2238 महिलाएं शामिल हैं।
जिन बुजुर्गों पर ये सर्वे किया गया था उनमें से 44 फीसदी लोगों ने माना कि उनके साथ सार्वजनिक रूप से गलत व्यवहार किया जाता है। वहीं 53 फीसदी लोगों ने माना कि समाज में बुजुर्गो के साथ भेदभाव किया जाता है। आपको बता दें कि वर्तमान में देश में 60 साल से ज्यादा के बुजुर्गों की संख्या 90 मिलियन है वहीं 2025 तक ये संख्या 80 मिलियन बढ़ जाएगी।
सार्वजनिक जगहों पर होता है बुरा व्यवहार-
बैंगलोर में रहने वाले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का कहना है कि पार्क में टहलना उनके लिए मुश्किल होता है। खासतौर से युवा और बच्चे उन्हें जबरदस्ती परेशान करते हैं। उनके साथ शरारत करती हैं, जिससे हमें तकलीफ होती है। 65 साल के रघुनंदन किशोर कहते हैं कि मैं हर रोज सुबह वॉक के लिए पार्क जाता हूं। लेकिन वहां सैर कर रहे युवाओं ने उनके साथ कई बार हरकतें की, जो उन्हें अच्छी नहीं लगी। इसलिए अब मैंने सुबह जल्दी पार्क में टहलना शुरू कर दिया।
डॉमेस्टिक वाइलेंस के हैं शिकार-
देश के वृद्धाश्रम में रहने वाले बुजुर्गों की संख्या हर साल 40 प्रतिशत बढ़ रही है। इसका कारण है कि आज कोई भी भले ही बड़ा हो या बच्चा, बुजुर्गों की रोकटोक नहीं सुनना चाहता। हर कोई अपनी जिन्दगी स्वतंत्र होकर जीना चाहता है। यही वजह है कि अब ये बच्चे अपने माता-पिता को ओल्ड एज होम का रास्ता दिखा देते हैं। एक ओल्ड एज होम में रहने वाले ब्रजशंकर अवस्थी का कहना है कि रिटायर होनेू के बाद उनके बच्चे न तो उनसे सही से व्यवहार करते हैं और न ही उनका आदर करते हैं। इसलिए उनके व्यवहार से परेशान होकर उन्होंने मजबूरन घर छोड़कर ओल्डएज होम का विकल्प अपनाना पड़ा। बैंगलोर में जितने लोगों पर सर्वे हुआ है उनमें से करीब 70 फीसदी बुजुर्गों ने बताया कि उनके साथ सार्वजनिक जगहों पर बुरा बर्ताव हुआ है।
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