देखिये व्हाट्सएप पर क्यों लगा 21 करोड़ रु. जुर्माना
यूरोपीय संघ की 28 सदस्यीय डाटा प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने पिछले साल वॉट्सऐप को यूजर्स के डेटा को फेसबुक के साथ शेयर करने के लिए मना किया था। फिर भी उसने यूजर्स से बिना पूछे, उनका प्राइवेट डेटा फेसबुक पर शेयर किया जो कि वॉट्सऐप को काफी भारी पड़ गया।
यूजर्स के डेटा उनकी सहमति के FB पर शेयर नहीं करने का वचन
जी हाँ, इटली में ऐसा वाकया हुआ, जहां मेसेजिंग ऐप वॉट्सऐप पर 3 मिलियन यूरो (करीब 21 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया है। डेटा शेयरिंग को लेकर यूजर्स की सहमति न लेने के कारण यह कदम उठाया गया था। गौरतलब है कि 2014 में फेसबुक ने वॉट्सऐप को खरीद लिया था। उस समय कंपनी का कहना था कि वॉट्सऐप एक अलग यानी स्वतंत्र कंपनी के रूप में परिचालन करेगी और उसके यूजर्स के डेटा, उनकी सहमति के बिना आपस में शेयर नहीं किए जाएंगे।
भारत में इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई
लेकिन अगस्त 2016 में वॉट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में अचानक बदलाव कर दिया, जिसके बाद उसे यूजर्स के अकाउंट इन्फर्मेशन से जुड़ा डेटा अपनी ऊपरी कंपनी फेसबुक को उपलब्ध कराने की अनुमती मिल गई। वॉट्सऐप के इस कदम को लेकर भारत समेत कई देशों में काफी विरोध हुआ था। भारत में इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई है। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि इस मामले में सख्त कानून बनाने की दिशा में काम हो रहा है।
- - Advertisement - -