पाक को महबूबा की फटकार, बंद करें आतंकवाद
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की गठबंधन सरकार की प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान महबूबा ने कहा, हमे उकसाकर पाकिस्तान बातचीत की उम्मीद नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, ”किसी पर पत्थर फेंककर हम उन्हें बात करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। अगर हम वार्ता चाहते हैं, तो इसके लिए हमें आतंकवाद को खत्म करना होगा।”
पुलिस नहीं परवरिश की है ज़रूरत
मीडिया को दिए एक बयान में महबूबा ने कहा, ”पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में बच्चे आतंकवाद की ओर बढ़ रहे हैं। उन्हें पुलिस की नहीं, बल्कि अच्छी परवरिश की ज़रूरत है।” पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, पाकिस्तान को भी हमारी मदद करनी होगी, क्योंकि हम दोनों को साथ रहना है। हम फिल्मों के बारें में बात करते हैं, लेकिन वाघा सीमा की आवाजाही और कारोबार अभी भी चालू है। ग़ौरतलब है कि उरी हमले के बाद से देश में पाकिस्तानी कलाकारों का बहिष्कार किया जा रहा है।
AFSPA पर महबूबा का अहम बयान
इसी दौरान महबूबा ने विवादित आर्म्ड फोर्सेस स्पेशल पावर्स एक्ट (AFSPA) को लेकर भी अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा, ”हमें जम्मू-कश्मीर में शांति और भाईचारे का माहौल बनाना होगा। AFSPA स्थायी नहीं है।” बता दें कि कश्मीर और कई पूवोत्तर राज्यों में लागू की काफ़ी आलोचना हो रही है।
पैलेट गन के उपयोग पर भी महबूबा बोली
जुलाई में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से कश्मीर में शुरू हुई हिंसा और प्रदर्शनकारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने पैनेट गन का इस्तेमाल किया था। इस मुद्दे पर महबूबा ने कहा, ”मैं पैलेट गन्स को प्रतिबंधित करना चाहती हूं, लेकिन ऐसा तभी हो पाएगा जब जनता सरकार का साथ देगी। हमारे बच्चों को हमेशा ही ढाल की तरह इस्तेमाल किया जाता है।” बता दें कि पैलेट गन्स से बड़ी संख्या में लोगों के गंभीर रूप से घायल होने के बाद सेना और गृहमंत्रालय भी इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। हालांकि अब तक इसे पूरी तरह से बंद नहीं किया जा सका है।